लाइफ स्टाइल Life Style: मोदक बप्पा को सबसे ज्यादा प्रिय है। माना जाता है कि युद्ध के दौरान परशु के प्रहार से गणेश जी का एक One of Ganesha दांत टूट गया था। जिसके बाद उन्हें भोजन में खुशी हुई तो माता पार्वती ने उन्हें नरभक्षी मोदक दिया। ये गणेश जी को बहुत पसंद आते हैं और इतने से मोदक उनका प्रिय भोग है। मोदक कई तरह के होते हैं। कुछ लोग तो गणेश उत्सव में बप्पा को हर दिन अलग-अलग तरह के मोदक भोग में लगाते हैं। यहां हम डॉक्युमेंट्स-खजूर मोदक बनाने का तरीका बता रहे हैं। ये मोदक शुगर फ्री होते हैं और इसे हर कोई आसानी से बना सकता है। अच्छी बात तो यह है कि ये फटाफट बनकर तैयार हो जाते हैं।
ये मोदक कारीगर Modak Karig भी हैं क्योंकि इन्हें बनाने के लिए किसी भी तरह के शकर का इस्तेमाल नहीं किया गया है। देखिए, ये शुगर फ्री मोदक बनाने की रेसिपी- एक मसाला पिस्ता कुछ खजूर दो बड़े चम्मच घी कैसे मसाले के आटे और खजूर के मोदक बनाने की विधि के लिए पैन में एक चम्मच घी गर्म करें। फिर इसमें बादाम, काजू और पिस्ता डालें। कुछ मिनट तक फ़्राई करें। फिर पुराना और ठंडा हो रहा हूँ।
जब भी ठंडा हो तो खजूर को भी काट लें।कोशिश करें कि आप नरम खजूर का इस्तेमाल करें। अगर ये सख्त हों तो आप कुछ देर के लिए गर्म पानी में डूब जाओ। फिर एक प्लास्टर में भुने हुए मेवे और दरदारा पीस लें। अब इसमें तारीखें और कुछ बार और टुकड़े अंकित करें। इस तब तक ब्लेंड करें जब तक ये एक इकट्ठा न हो जाए, ड्रिक तो इस मिश्रण में थोड़ी घी मिला सकते हैं। अब इसकी तैयारी के बाद सांचे की मदद से मॉडेक बनाएं। साँचा न हो तो आप हाथों से भी मोदक बना सकते हैं।