तकिए के साथ सोने से होती है कई सारी परेशानियां, जाने इसके बारे में

तकिया लगाकर सोने की आदत इतनी पुरानी है कि इसे एक बार में छोड़ पाना जरा मुश्किल है लेकिन अगर आप कमर गर्दन और पीठ दर्द से बहुत ज्यादा परेशान रहते हैं तो इस आदत को बदलना जरूरी है तभी आप इन समस्याओं से राहत पा सकते हैं।

Update: 2021-09-03 04:46 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। तकिया लेकर सोने में भले ही आपको आराम महसूस होता है लेकिन इससे बॉडी का पोश्चर सही नहीं रहा पाता जिससे कमर, गर्दन और पीठ दर्द की शिकायत हो सकती है। कई बार तो गर्दन अकड़ने की भी समस्या हो जाती है। तो अगर आप भी अकसर इन समस्याओँ से परेशान रहते हैं तो सबसे पहले तकिया लगाकर सोने की आदत बदल डालें।

कमर दर्द में मिलेगा आराम
तकिया लेकर सोने से कमर का पोश्चर सही नहीं पाता जिससे सुबह उठने के बाद और कई बार तो रात को सोते वक्त ही कमर दर्द होने लगती है। बिना तकिए के सोने से हमारी गर्दन और रीढ़ की हड्डी एकदम सही रहती है जिससे काफी हद तक इस दर्द में आराम मिलता है।
पीठ और गर्दन दर्द रहेगा दूर
तकिए के साथ पेट के बल सोने से गर्दन को स्पोर्ट नहीं मिलता। सोने की इसी गलत पोजीशन की वजह से गर्दन अकड़ने और दर्द की समस्या हो जाती है।
एलर्जी से राहत
डस्ट से एलर्जीक लोगों को तो खासतौर से तकिए का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि तकिए पर ज़मी धूल, गदंगी रात को सोने के दौरान सांस के जरिए शरीर में पहुंचती है और तरह-तरह के प्रॉब्लम्स की वजह बनती है।
मुहांसों से छुटकारा
फेस पर हरदम रहने वाले कील-मुंहासों की एक वजह तकिए का इस्तेमाल भी हो सकता है क्योंकि कई बार हम काफी वक्त तक बेडशीट और पिलो कवर नहीं धोते जिससे उस पर धूल, मिट्टी के साथ ही पसीना, लार भी जमा होता रहता है जो चेहरे के संपर्क में आकर पिंपल्स, रैशेज, सूजन और रेडनेस की वजह बनता है। इसलिए बेहतर होगा कि तकिए लगाना अवॉयड ही करें।
सिरदर्द से राहत
सुबह उठने के बाद सिर भारी-भारी सा लगता रहता है तो इसकी वजह सिर में सही तरीके से ऑक्सीजन और ब्लड सर्कुलेशन का न होना होता है। जिसमें काफी हद तक तकिया रूकावट पैदा करता है। तो कुछ दिनों तक बिना तकिए के सोएं और फिर देखें फर्क।


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