कान में होने वाली सुजन संक्रमण की वजह से होती है। व्यक्ति एक बार के लिए पीठ का दर्द सहन कर सकता है लेकिन जब कान में दर्द हो तो वह सहन नहीं कर पाता है। यह समस्या तेज आवाज़ में गाने सुनने की वजह से हो सकती है और साथ ही कान से पानी बहने पर भी सुजन आ जाती है। इस पर ध्यान न देने की वजह से सुजन की समस्या उत्पन्न हो जाती है जो बहुत ही कष्टदायक होती है। कान में दर्द या सुजन होने पर व्यक्ति न तो बात कर पाता है, न किसी जवाब का उत्तर दे पाता है। इस समस्या पर ध्यान न देने पर यह बढ़ सकती है और साथ ही इसकी वजह से हम किसी और समस्या से भी ग्रसित हो सकती है। तो आइये जानते है इस बारे में.....
एरंड के पत्तो को तेल लगाकर सेक ले। फिर इसे कान के सुजन वाले हिस्से पर लगा ले या बांध ले। इससे कान की सुजन दूर होगी।
सुजन वाले स्थान पर गुड व चने का लेप लगाने से भी राहत मिलती है और दर्द का अहसास भी कम किया जा सकता है।
सनई के बीज, मेथी, काला जीरा, हल्दी, सभी को एक साथ मिला ले तथा इसको छाछ में पिस ले और इसका लेप सुजन वाली जगह पर लगा ले। इससे आपको तुरंत ही राहत मिलेगी।
सुजन वाले स्थान पर चित्रकमूल व् सहिजन को धतूरे के रस में पीसकर लेप लगाकर ऊपर से रुई बांध ले। ऐसा दिन में 3-4 बार करे इससे कान के दर्द व् सुजन में राहत मिलेगी।
सोंठ 3 ग्राम, काला तिल 2 ग्राम, बिनोला 4 ग्राम, सभी को गाय के मूत्र में मिलाकर सुजन पर लगाये। इससे भी सुजन से राहत मिलेगी