पोषण से भरपूर है लाल पत्ता गोभी, बंपर कमाई के लिए आप भी करें इसकी खेती
खेती के तरीकों के साथ ही समय के साथ सब्जियों की मांग में भी बदलाव आ रहा है
खेती के तरीकों के साथ ही समय के साथ सब्जियों की मांग में भी बदलाव आ रहा है. अब किसान पारंपरिक फसलों की बजाय बाजार में मांग के आधार पर फसलों या सब्जियों की खेती कर रहे हैं. बात जब रंगों से भरपूर सब्जियों की होती है तो लाल पत्ता गोभी का भी जिक्र किया जाता है. पांच सितारा होटलों और रेस्टोरेंट में इनके इस्तेमाल ने किसानों के सामने एक बेहतरीन विकल्प रख दिए हैं.
कृषि को पेशा के तौर पर अपनाने वाले नए और युवा किसान इन सब्जियों की खेती कर के मुनाफे को कई गुना तक बढ़ा रहे हैं. अगर बात लाल पत्ता गोभी की करें तो इसकी आज के समय में काफी मांग है. पोषण से भरपूर होने के कारण यह स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों की पहली पसंद बन गया है.
लाल पत्ता गोभी की खासियतों के बारे में बात करें तो इसमें मुख्य रूप से फाइटोकेमिकल्स, एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और कई तरह के पोषक तत्व होते हैं. जरूरी घटकों में थायमिन, राइबोफ्लेविन, कैल्शियम, मैगनीज, मैग्नीशियम, लोहा, पोटैशियम, विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन के, आहार फाइबर और विटामिन बी शामिल हैं.
लाल पत्ता गोभी की खेती की कुछ मुख्य बातें
लाल पत्ता गोभी की खेती के लिए हल्की दोमट भूमि सबसे उपयुक्त मानी जाती है. हल्की चिकनी मिट्टी में भी इसकी खेती की जा सकती है. मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए. लाल पत्ता गोभी की खेती के लिए आवश्यक तापमान 20 से 30 डिग्री के बीच रहे तो अच्छा माना जाता है.
कब कर सकते हैं खेती?
कृषि विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि बेहतर उत्पादन के लिए किसान भाई संकर किस्मों का चयन करें. अधिक तापमान पर पैदावार में कमी आ सकती है. लाल पत्ता गोभी की बुवाई का समय मध्य सितंबर से मध्य नवंबर के बीच होता है. हालांकि इस बार अक्टूबर मध्य तक बारिश हुई है. ऐसे में अभी भी इसकी खेती की जा सकती है.
उर्वरक है जरूरी
पत्ता गोभी की रोपाई के बाद हल्की सिंचाई करनी चाहिए ताकि मिट्टी में नमी की मात्रा बनी रहे. उर्वरक की बात करें तो सड़ी हुई गोबर की खाद 10 से 12 टन प्रति हेक्टेयर खेत तैयारी के वक्त जुताई के साथ मिलाएं. इसके बाद 60 किलो नाइट्रोजन, 40 किलो फॉस्फोरस व 40 किलो पोटाश प्रति हेक्टेयर के हिसाब से दे सकते हैं.
लाल पत्ता गोभी की खेती लगभग हरी पत्ता गोभी की खेती की जैसी ही है, लेकिन बाजार मूल्य और मुनाफा में काफी अंतर है. लाल पत्ता गोभी सामान्य गोभी की तुलना में चार से पांच गुना अधिक दाम पर बिकती है. ऐसे में किसान सीमित भूमि में भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.