Recipe व्यंजन विधि: नाश्ता हो या शाम को हल्की भूख, पराठों के साथ जैम स्वाद बढ़ाकर भूख मिटाने का काम करता है। आज तक आपने कई तरह के फलों से बने जैम का स्वाद चखा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं शहतूत के जैम का स्वाद दूसरे फलों के जैम से न सिर्फ अलग होता है बल्कि स्वादिष्ट भी होता है। शहतूत का जैम पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें डायटरी फाइबर, कैल्शियम, पोटैशियम, आयोडीन, सोडियम, प्रोटीन, विटामिन सी, , विटामिन बी2, विटामिन बी3, विटामिन बी6 और फोलेट जैसे पोषक तत्व अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। जो न सिर्फ सेहत का ख्याल रखता है बल्कि स्किन को ग्लोइंग और स्मूद बनाए रखने में भी मदद करता है। Vitamin K, Vitamin E, Vitamin B1
शहतूत का जैम बनाने के लिए सामग्री-
-800 ग्राम फ्रेश शहतूत
-4 से 5 कप खांड
-1/2 कप फ्रेश नींबू का रस
-1 चुटकी जायफल का पाउडर
शहतूत का जैम बनाने का तरीका-
शहतूत का जैम बनाने के लिए सबसे पहले गैस पर एक पैन चढ़ाकर उसमें शहतूत,खांड और नींबू का रस डालकर मध्यम आंच पर लगभग 20 मिनट तक अच्छी तरह से पकाएं। पकाते समय बीच-बीच में इस मिश्रण को अच्छी तरह चलाते रहें। धीरे-धीरे यह जैम जैसी कंसिस्टेंसी में बदलकर गाढ़ा हो जाएगा। अब इसे गैस से नीचे उतारकर इसमें जायफल पाउडर डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लें। इसके बाद जैम को ठंडा होने के लिए छोड़ दें। आपका जैम बनकर तैयार है, इसे ग्लास के एक जार में डालकर रेफ्रिजरेटर में 5 से 6 महीने तक स्टोर करके रखें।
शहतूत का जैम खाने के फायदे-
-शहतूत में सायनायडिंग 3-ग्लूकोसाइड नाम का Phytonutrients पाया जाता है, जो ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनता है।
-शहतूत में मौजूद हाइपरग्लाइसेमिक गुण की वजह से डायबिटीज रोगी भी इसका सेवन सीमित मात्रा में कर सकते हैं।
-शहतूत में मौजूद विटामिन-सी और फ्लेवोनॉइड्स इम्यूनिटी को बेहतर बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
-शहतूत में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाने वाले एंटी-हीमोलिटिक गुण मौजूद होते हैं, जो खून की कमी दूर करने में मदद करता है।
-शहतूत में मौजूद कैल्शियम की मात्रा हड्डियों की कमजोरी दूर करने में मदद कर सकती है।