Rang Panchami 2025 : देशभर में कैसे मनाया जाता है यह त्योहार

रंग पंचमी भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण और रंगीन त्योहार है, जो विशेष रूप से होली के बाद मनाया जाता है। यह त्योहार मुख्य रूप से महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, और अन्य कुछ हिस्सों में धूमधाम से मनाया जाता है। रंग पंचमी हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी को मनाई जाती है, जो होली के पांचवे दिन होती है।
कैसे मनाया जाता है रंग पंचमी?
रंग पंचमी को लेकर देशभर में विभिन्न प्रथाएं हैं, लेकिन सभी जगह इसका मूल उद्देश्य रंगों और मस्ती का आनंद लेना ही होता है।
-
रंगों से खेलना
रंग पंचमी का प्रमुख आकर्षण रंगों से खेलना है। इस दिन लोग एक-दूसरे पर गुलाल, पानी रंग और फूलों से खेलते हैं। लोग अपने मित्रों, परिवारजनों और पड़ोसियों को रंग लगाकर एक दूसरे के साथ खुशियां बांटते हैं। -
भगवान कृष्ण की पूजा
कई जगहों पर, विशेषकर मथुरा और वृंदावन में, रंग पंचमी के दिन भगवान कृष्ण की पूजा की जाती है। भगवान कृष्ण के साथ राधा रानी का भी विशेष रूप से स्मरण किया जाता है, क्योंकि रंगों और प्रेम के प्रतीक के रूप में उनका नाम लिया जाता है। -
पारंपरिक गीत और नृत्य
रंग पंचमी के अवसर पर विशेष रूप से भक्ति संगीत, गवइया, और लोक गीत गाए जाते हैं। साथ ही लोक नृत्य जैसे गोडी, डांडिया और गरबा भी होते हैं, जो लोगों को एक साथ लाकर खुशियों को मनाने का मौका देते हैं। -
खास पकवानों का स्वाद
रंग पंचमी के दिन लोग पारंपरिक स्नैक्स और मिठाइयां बनाते हैं। विशेष रूप से गुझिया, ठंडाई, और पापड़ जैसे स्वादिष्ट व्यंजन बनते हैं। इन व्यंजनों को लोग एक-दूसरे के साथ बांटकर त्योहार को और भी खास बना देते हैं।
कहां मनाते हैं रंग पंचमी?
-
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में रंग पंचमी एक बड़े त्योहार के रूप में मनाई जाती है। यहाँ पर इसे 'होलिका दहन' और दही हांडी के साथ मनाया जाता है। लोग एक-दूसरे को रंग लगाते हैं और पारंपरिक गीतों और नृत्य के साथ उत्सव मनाते हैं। -
गुजरात
गुजरात में रंग पंचमी की धूम सबसे ज्यादा होती है। यहाँ पर गरबा और डांडिया नृत्य के आयोजन होते हैं, जो पूरे राज्य में विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं। लोग रंगों के साथ नाचते-गाते हैं और इस दिन को बड़े हर्षोउल्लास के साथ मनाते हैं। -
राजस्थान
राजस्थान में भी रंग पंचमी को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है, जहां रंगों से खेला जाता है और लोक कला और लोक गीत प्रस्तुत किए जाते हैं। विशेषकर उदयपुर और जयपुर में रंग पंचमी की धूम देखने लायक होती है। -
उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश में, खासकर मथुरा, वृंदावन, और आगरा में, रंग पंचमी का आयोजन विशेष रूप से भगवान कृष्ण के प्रेम और रंगों के त्योहार के रूप में मनाया जाता है। यहाँ पर रंगों से खेलते हुए लोग कृष्ण की भक्ति में लीन होते हैं। -
पंजाब
पंजाब में रंग पंचमी को खासकर होली के दिन के बाद मनाते हैं। लोग रंगों के साथ नाचते-गाते हैं और खुशियों को बांटते हैं। यहाँ पर भांगड़ा और गिद्दा जैसे पारंपरिक नृत्य भी होते हैं।
निष्कर्ष:
रंग पंचमी, भारत के विभिन्न हिस्सों में अपनी अनूठी परंपराओं और रस्मों के साथ मनाई जाती है। यह सिर्फ रंगों के खेल तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह प्यार, भाईचारे, और खुशियों को फैलाने का एक माध्यम बन गया है। इस दिन को मनाते वक्त लोग अपने दुखों को भुलाकर सिर्फ खुशियों में खो जाते हैं और रिश्तों को मजबूत करते हैं।
- How is Rang Panchami celebrated
- Rang Panchami in India
- Rang Panchami traditions
- Festival of colors
- Celebrating Rang Panchami
- Different ways to celebrate Rang Panchami
- Indian festivals
- Rang Panchami rituals Hindi Tags: रंग पंचमी कैसे मनाते हैं
- रंग पंचमी की परंपराएं
- रंगों का त्योहार
- भारत में रंग पंचमी
- रंग पंचमी के रीति रिवाज
- भारतीय त्योहार
- रंग पंचमी उत्सव