कोरोना महामारी के दौरान सकारात्मक सोच है जरूरी, जानिए 7 टिप्स
आप कुछ सही कर रहे हैं. अपने आप इसके लिए शाबाशी दें.
कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. लॉकडाउन और मौतों की खबर के कारण लोगों में भय, चिंता और तनाव की स्थिति बनी हुई है. इससे दैनिक जीवन में काफी बदलाव आया है. ऐसे में वर्क फ्रॉम होम, ऑनलाइन क्लासेस, बेरोजगारी का डर, परिवार के अन्य सदस्यों, दोस्तों और सहकर्मियों के साथ समय न गुजार पाने के कारण लोग अपना धैर्य खो रहे हैं. लेकिन ऐसी स्थिति में सकारात्मक रहना बेहद जरूरी है. आइए जानें सकारात्मक रहने के 5 आसान तरीके.
मेडीटेशन या ध्यान करना सीखें – ध्यान करने की सलाह हमें हमेशा से ही दी जाती रही है. ऐसा करने से आप शांत और स्वस्थ रहते हैं. अगर आप मेडीटेशन नहीं करना जानते, तो आप ऑनलाइन भी इसे सीख सकते हैं. इससे आप शांत और खुश रहेंगे. ये वागल नर्व कॉम्प्लेक्स को मजबूत करके आपकी इम्यूनिटी को भी बढ़ा सकता है.
व्यायाम करें- व्यायाम करना आपके दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए. ये आपको शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है. व्यायाम करने से आपके शरीर में एंडोर्फिन रिलीज होता है, जो सकारात्मकता की भावनाओं को ट्रिगर करता है. इसलिए नियमित रूप से कसरत करें.
हॉबी – अगर आपको गार्डनिंग, खाना पकाना, बुनाई और किताबे आदि पढ़ना पसंद है. तो आप इस लॉकडाउन अपनी ये हॉबी शुरू कर सकते हैं. इसलिए अपनी शेल्फ से धूल हटाएं. उस किताब को फिर से पढ़िए जो आपने 10 साल पहले खुशी के साथ पढ़ी थी और फिर से वही खुशी महसूस करें जो आपने तब की थी.
डिजिटल रूप से दोस्तों और परिवार से जुड़े रहें – इस वक्त सामाजिक दूरी का होना आवश्यक है. लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आप अपने परिवार और दोस्तों के संपर्क में नहीं रह सकते. आप वर्चुअल पार्टी और संगीत कार्यक्रम कर सकते हैं, आप वीडियो कॉल कर सकते हैं, ऑनलाइन चैट कर सकते हैं.
जॉर्नल लिखें- सालों बाद, आप इस समय को याद करेंगे और शायद इस बारे में एक किताब भी लिख दें कि आपको इस महामारी के माध्यम से क्या मिला.
अच्छी नींद लें – लॉकडाउन के कारण आप दफ्तर और अन्य कामों के लिए आने जाने के समय को बचा रहे हैं. इसलिए दिनचर्या शुरू करने से पहले पर्याप्त नींद लें.
याद रखें कि ये समय हमेशा के लिए इस तरह नहीं रहेगा- ये समय भी बीत जाएगा, अगर आप अभी तक आगे बढ़ पाए हैं तो इसका मतलब है कि आप कुछ सही कर रहे हैं. अपने आप इसके लिए शाबाशी दें.