इन बातों का खासतौर पर रखें ध्यान
दिमाग हमारी बॉडी का सबसे ज़रूरी हिस्सा होता है। दिमाग का हर हिस्सा अलग-अलग काम करता है
दिमाग हमारी बॉडी का सबसे ज़रूरी हिस्सा होता है। दिमाग का हर हिस्सा अलग-अलग काम करता है। ये शरीर के सभी अंगों को सही तरीके से चलाने में मदद करता है। ऐसे में कई बार सिर के चोट को नजरअंदाज कर देना काफी खतरनाक हो सकता है। कई दफा सिर की पुरानी चोट धीरे-धीरे ब्रेन ट्यूमर का रूप लेने लगती है। चोट लगने के कारण सिर में ब्लड क्लॉट होने की संभावना बढ़ जाती है जिसका अगर सही समय पर इलाज नहीं किया गया तो ये आगे चलकर गांठ में तब्दील हो जाती है और ब्रेन ट्यूमर की वजह बन जाती है।
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि ब्रेन ट्यूमर के बारे में पता लगाना काफी कठिन होता है। कई स्थितियों में ब्रेन ट्यूमर जानलेवा हो सकता है। इसके लक्षण आपको कई तरह से कंफ्यूज कर सकते हैं। उदाहरण के लिए कुछ लोगों को ब्रेन ट्यूमर में सिर दर्द होता है, जिसकी वजह से लोग इसे सामान्य सिर दर्द समझ लेते हैं। यह स्थिति आगे जाकर गंभीर रूप धारण कर सकती है। बच्चों और वयस्कों में ब्रेन ट्यूमर के लक्षण अलग-अलग होते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में-
क्या है ब्रेन ट्यूमर ?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक नॉर्मल बॉडी में सेल्स के प्रोडक्शन और डैमेज होने की प्रक्रिया सामान्य है। लेकिन ये प्रोसेस दिमाग में जाकर जब रुक जाती है तो ब्रेन में ट्यूमर सेल्स बनने लगते हैं। ये सेल्स धीरे-धीरे गांठ का रूप लेने लगते हैं जो कैंसरजन्य या फिर कैंसर रहित हो सकते हैं।
सिर दर्द है जानलेवा
ब्रेन ट्यूमर होने के कई कारण हो सकते हैं जिनमें से एक है आपके सिर में लगातार दर्द होना। सिर पर चोट या घाव लगने पर सिर अक्सर दुखता है। लेकिन लोग उसे मामूली दर्द समझ कर ध्यान नहीं देते हैं। कई बार सिर पर चोट लग जाती है और वह चोट अंदरूनी हो तो वो धीरे-धीरे एक बड़े घाव में तब्दील हो सकती है, जिसकी वजह से ब्रेन ट्यूमर की संभावना बढ़ जाती है।
ब्रेन ट्यूमर के अन्य कारण
कई बार कैंसर जेनेटिक होता है। ऐसे में अगर परिवार में से किसी को ब्रेन ट्यूमर या कैंसर है तो यह बच्चों में भी ट्रांसफर हो सकता है।
ब्रेन ट्यूमर का खतरा उम्र के साथ भी बढ़ जाता है। दरअसल बढ़ती उम्र में ब्रेन का फंक्शन स्लो हो जाता है और बॉडी के बाकी ऑर्गन भी ठीक तरह से काम नहीं करते। ऐसे में उम्र बढ़ने के साथ ही ब्रेन ट्यूमर की संभावना बढ़ जाती है।
कई बार केमिकल और रेडिएशन भी ब्रेन ट्यूमर की वजह बन जाते हैं। तो जो केमिकल फैक्ट्री या रेडिएशन के कांटेक्ट में रोज़ाना आते हैं इसका सीधा असर उनके ब्रेन पर होता है और यह ब्रेन कैंसर का कारण बन सकता है।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण
सिरदर्द होना या सिरदर्द के पैटर्न में बदलाव
सिरदर्द का लगातार होना
जी मिचलाना या उल्टी होना
धुंधला दिखना
संतुलन में नहीं बना पाना
किसी बात को बोलने में तकलीफ होना
बहुत थकान महसूस होना
रोजमर्रा के मामलों में उलझन
निर्णय लेने में कठिनाई
व्यक्तित्व या व्यवहार में परिवर्तन
इन बातों का खासतौर पर रखें ध्यान
सही समय पर अगर इस बीमारी की पहचान हो जाए तो इलाज संभव है। ऐसे में कोई भी लक्षण दिखने पर डॉक्टर की सलाह जरूर लें। साथ ही, अपने खानपान का विशेष ख्याल रखें। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार विटामिन-सी युक्त भोजन के सेवन से ब्रेन कैंसर के मरीजों के ट्यूमर को खत्म करने में मदद मिलती है। साथ ही, एक्सरसाइज और अच्छी नींद भी आवश्यक है।