क्या अमरूद खाने से डायबिटीज मैनेज हो सकती है, जानिए

Update: 2023-09-13 15:45 GMT
लाइफस्टाइल: डायबिटीज लाइफस्टाइल से जुड़ी एक लाइलाज बीमारी है। इस समस्या में शरीर इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है या इसका ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाता है। शरीर में इंसुलिन की कमी से स्थिति बिगड़ने लगती है और ये ओवरऑल हेल्थ को प्रभावित करती है। हालांकि सही लाइफस्टाइल और सही खानपान को फॉलो कर के डायबिटीज को मैनेज किया जा सकता है। आज हम आपको बता रहे हैं कि कैसे अमरूद डायबिटीज को मैनेज करने में आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। इस जानकारी को साझा कर रही हैं डायटीशियन शीनम मल्होत्रा।
क्या अमरूद खाने से डायबिटीज मैनेज हो सकती है?
लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स
कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ बहुत धीरे-धीरे अवशोषित होते हैं और ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर बनाए रखने में मदद करते हैं। ऐसे में अमरूद डायबिटीज के पेशेंट के लिए फायदेमंद है। अमरूद कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला खाद्य पदार्थ है। यह आसानी से पच जाता है और पेट में धीरे-धीरे अवशोषित होता है और ग्लूकोज के स्तर को बढ़ने नहीं देता। ब्लड में ग्लूकोज को धीरे-धीरे बढ़ता है जो डायबिटीज (कैसे करें डायबिटीज को मैनेज) को नियंत्रित करने में मदद करता है।
फाइबर रिच
अमरूद फाइबर रिच फल है जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखने के लिए अच्छा माना जाता है। फाइबर को पचाने में लंबा समय लगता है जिससे आपके शरीर में ग्लूकोज धीरे धीरे रिलीज होता है। इससे शुगर स्पाइक होने का खतरा कम होता है। डायबिटीज के मरीजों को अपनी डाइट में अमरूद शामिल करना चाहिए।
लो कैलोरी
अमरूद में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है. इसलिए ये आपके वजन पर असर नहीं डालता है। अत्यधिक वजन शरीर में हाई ब्लड शुगर लेवल का कारण बन सकता है।
विटामिन सी
अमरूद में विटामिन सी की अच्छी मात्रा होती है जो इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है। विटामिन सी की कमी शरीर में ब्लड ग्लूकोज लेवल पर असर डालती है। इसके साथ ही अमरूद में सोडियम की मात्रा कम और पोटेशियम (शरीर में पोटेशियम कम होने पर दिखते हैं ये लक्षण) की मात्रा अच्छी होती है जो मधुमेह प्रबंधन के लिए जरूरी पोषक तत्व है।
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