शादीशुदा पुरुषों को जरूर करना चाहिए ये खास योगासन, मजबूत होगी प्रजनन क्षमता
योग को सदियों से मानव जाति के लिए लाभकारी माना जाता है, यही वजह है कि ज्यादातर हेल्थ एक्सपर्ट्स रोजाना इसे करने की सलाह देते हैं. कई गंभीर रोगों में राहत पाने के लिए ये विद्या काफी काम आती है. ये शरीर और दिमाग दोनों को तंदरुस्ती देने का काम करती है. योग से सारी नेगेटिव एनर्जी शरीर के बाहर चली जाती है
योग को सदियों से मानव जाति के लिए लाभकारी माना जाता है, यही वजह है कि ज्यादातर हेल्थ एक्सपर्ट्स रोजाना इसे करने की सलाह देते हैं. कई गंभीर रोगों में राहत पाने के लिए ये विद्या काफी काम आती है. ये शरीर और दिमाग दोनों को तंदरुस्ती देने का काम करती है. योग से सारी नेगेटिव एनर्जी शरीर के बाहर चली जाती है जिसका फायदा आखिरकार हमारी बॉडी को होता है. एक खास तरह के योग से शादीशुदा पुरुषों को भी काफी फायदा होता है जिसके बारे में हमें जरूर जानना चाहिए.
शादीशुदा मर्द जरूर करें ये योगासन
शादी के बाद पुरुषों की जिम्मेदारी काफी ज्यादा बढ़ जाती है जिसके कारण वो अक्सर अपनी सेहत का खास ख्याल नहीं रख पाते और अंदरुनी तौर पर कमजोर होने लगते हैं. ऐसे में मर्दों को सुबह उठकर बटरफ्लाई योग (Butterfly Yoga) करना चाहिए इससे वो दिनभर एनर्जेटिक महसूस करेंगे. आइए जानते हैं कि हमें ये योगासन पुरुषों के लिए किस तरह फायदेमंद है
पुरुषों के लिए क्यों फायदेमंद है बटरफ्लाई योग
1. इस योगासन से मेल फर्टिलिटी को बढ़ाने में मदद मिलती है क्योंकि ऐसे में आपकी बॉडी का ब्लड सर्कुलेशन (Blood Circulation) बेहतर होता है. वैसे बटरफ्लाई योग (Butterfly Yoga) पुरुष ही नहीं, महिलाओं के लिए भी काफी फायदेमंद है.
2. कई पुरुषों को थकान और कमजोरी का अहसास काफी जल्दी होने लगता है, ऐसे में उन्हें इस तितली आसन को जरूर अपनाना चाहिए, इससे उन्हें जल्द फायदा मिलने की उम्मीद है. साथ ही इस योगासन से इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद मिलती है.
3. बटरफ्लाई योग (Butterfly Yoga) करने से आपके इंटरनल मसल्स स्ट्रॉन्ग हो जाएंगे और जांघों के आसपास की मांसपेशियों में होने वाले खिंचाव से आराम मिलता है. वहीं अगर आपको घुटनों में दर्द ये तो ये योगासन आपके लिए रामबाण साबित हो सकता है.
कैसे करें बटरफ्लाई योग?
इसके लिए आप सबसे पहले जमीन पर एक मैट बिछा लें, फिर घुटनों को मोड़कर पैरों को पेल्विस के नजदीक लाएं, इस बात का ख्याल रखें कि आपके तलवे एक दूसरे से बिलकुल जुड़े हुए रहें. अपने हाथों से दोनो पैरों को कसकर थामे रहें. आखिर में जांघों को तितली की पंख की तरह ऊपर और नीचे करना शुरू करें. इस विधि को बार बार दोहराएं.