रायपुर। छत्तीसगढ़ में माओवादियों ने महिला पहलवानों के समर्थन में बैनर लगाते हुए भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की संसद की सदस्यता रद्द करने और उन्हें गिरफ़्तार करने की मांग की है. कांकेर ज़िले के जनकपुर से छोटेबेठिया मार्ग पर माओवादियों की आदिवासी महिला संगठन की परतापुर एरिया कमेटी ने बैनर लगा कर, भाजपा के 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' को ढोंग बताया है. इससे पहले दंडकारण्य में माओवादियों की महिला संगठन की प्रवक्ता रामको हिचामी ने एक बयान जारी कर कहा कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से महिलाओं पर अत्याचार बढ़ा है. प्रवक्ता ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा जाति परस्त, पितृसत्तात्मक समाज का निर्माण करना चाहती है. एक तरफ़ महिला को भोग की वस्तु की तरह, बिकाऊ चीज की तरह दिखाते हुए पुरुषों का गुलाम बनकर जीने की संस्कृति को फैलाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ स्वतंत्र व्यक्तित्व रखने वाली महिलाओं पर ज़हर उगल रहे हैं.
माओवादी प्रवक्ता ने महिला खिलाड़ियों और उनके परिजनों को पूरी सुरक्षा देने और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को सज़ा देने की मांग की है. पहलवानों के समर्थन में आज हरियाणा के कुरुक्षेत्र में भी खाप महापंचायत का आयोजन हुआ. महापंचायत के बाद मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि उन्होंने सरकार को 9 जून तक का अल्टीमेटम दिया है, उससे पहले बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी होनी चाहिए, नहीं तो फिर से आंदोलन और गांव-गांव पंचायतें की जाएंगी. इससे एक दिन पहले मुजफ्फरनगर में ऐसी ही एक खाप महापंचायत हुई थी. किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि खाप नेता राष्ट्रपति से मिलने जाएंगे. पहलवानों ने बीजेपी सांसद और कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं, जिसके आधार पर दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की हैं.