फेफड़े हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है जिसके बिना हमारा जीवित रहना असंभव है क्योंकि इसका काम हवा से ऑक्सीजन को अलग करके रक्त में पहुंचना होता है। हमारे शरीर से कार्बन डाईऑक्साइड पैदा होती है, जो फेफड़ों के द्वारा शरीर से आसानी से बाहर निकल जाती है। लेकिन कई बार हमारे शरीर में संक्रमण होने लगता है। जिसके कारण हमारे फेफड़े सही से काम नहीं करते और खराब होने लगते हैं। जो फेफड़े के कैंसर का रूप धारण कर लेते हैं।यह बीमारी आजकल बहुत ही ज्यादा बढ़ गयी है जिससे कई लोग ग्रसित होते है। यह समस्या पुरुष या महिला दोनों में से किसी को भी हो सकती है। तो आइये जानते है इसके लक्षण, कारण और बचाव के बारे में.....
लक्षण
खांसी होना
सांस लेने में तकलीफ और सिटी जैसी आवाज आना
खांसी में खून आना
शरीर का कमजोर होना
वजन कम होना
कारण
धुम्रपान और शराब का सेवन
प्रदुषण
नशे का अत्यधिक सेवन
अधिक दवाई का सेवन
दूषित खाना
उपचार
सही खान-पान
जिन लोगों को फेफड़े का कैंसर होता है उनके लिए कच्ची सब्जी और कच्चे फल बहुत ही लाभदायक होते हैं। इसके साथ साबुत अनाज का सेवन भी अच्छा होता है। कैंसर वाले मरीजों को चाहिए कि जितना हो सके वो सलाद सेवन करें और बादाम से दूरी बनाकर रखें। उन्हें जूस का सेवन दोपहर के समय करते रहना चाहिए।
चीनी और रेड मीट से दूरी
फेफड़े के कैंसर वाले मरीजों को चीनी और रेड मीट से दूरी बना कर रखनी चाहिए, क्योंकि इसका सेवन करने से कैंसर की कोशिकाओं में वृद्धि होती है।
नशा और धुम्रपान से दूरी
जिन लोगों को फेफड़े का कैंसर होता है, उनके लिए धुम्रपान करना खतरनाक है। इससे उनकी स्थिति और अधिक बिगड़ सकती है।
विटामिन डी
फेफड़े कैंसर के मरीजों के लिए विटामिन डी बहुत ही फायदेमंद होता है, क्योंकि इससे फेफड़े की मांसपेशियां मजबूत बनती है और धूप में स्नान, सूर्य की किरणों के संपर्क में रहने से विटामिन डी हमारे शरीर को मिलता है।
आरसी के बीज का तेल
फेफड़े वाले मरीज के लिए आरसी का तेल बहुत ही फायदेमंद होता है। इसे हर रोज थोड़ा-थोड़ा करके लेते रहना चाहिए।
समुद्री और देशी मछली
तलाब में पाई जाने वाली समुंद्री मछली का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए, क्योंकि इन मछलियों में प्रोटीन के साथ साथ कॉड ऑयल पाया जाता है, जो फेफड़े के कैंसर के लिए बहुत फायदेमंद होता है।