शहद के फायदे, नुकसान और उपयोग जानिए
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शहद मधुमक्खियों द्वारा फूलों के रस से बनाया गया एक तरल पदार्थ है। इसे मधुमक्खियों द्वारा कई चरणों में काफी लम्बी प्रक्रिया के बाद तैयार किया जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | शहद के फायदे सिर्फ पाचन और इम्युनिटी बढ़ाने तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह त्वचा में निखार लाने में भी मदद करती है। शहद में ऐसे गुण होते हैं जो आस पास की नमी को सोख लेती है और त्वचा की नमी को बरकरार रखने में मदद करती है। जिन लोगों की त्वचा बहुत रुखी होती है उन्हें अपनी त्वचा को नम बनाये रखने के लिए शहद का इस्तेमाल करना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि त्वचा में निखार लाने के लिए इसे खाने की बजाय इसे त्वचा पर लगाया जाता है। त्वचा के लिए आप कई तरीकों से शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं। यहां हम उपयोग की कुछ प्रमुख विधियाँ बता रहे हैं :
उपयोग विधि :
A- रुखी त्वचा वालों के लिए : एक चम्मच शहद लें और इसे त्वचा के रुखे हिस्से पर लगाएं। 15-20 मिनट तक इसे सूखने दें और फिर ठंडे पानी से धो लें। इसे एक हफ्ते में कम से कम तीन बार प्रयोग करें।
B- त्वचा के निखार के लिए : चेहरे की चमक बढ़ाने के लिए आप शहद से तैयार फेसपैक का इस्तेमाल करें। आमतौर पर शहद और नींबू, शहद और दूध, शहद और केला एवं शहद और योगर्ट से तैयार फेसपैक ज्यादा फायदेमंद होते हैं।
बालों के लिए फायदेमंद
बालों के रूखेपन के कारण बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। शहद के उपयोग से बालों की सुन्दरता बढ़ती है और उनके रुखेपन में कमी आती है। शहद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण बालों के लिए फायदेमंद है। यह फ्री रेडिकल को हटाती है और ज्यादा देर तक धूप में रहने से या किसी हानिकारक केमिकल से बालों को होने वाले नुकसान को रोकती है। शहद से बालों को सही पोषण भी मिलता है।
उपयोग विधि : बालों के लिए आप कई तरीकों से शहद का उपयोग कर सकते हैं
।A- दही के साथ शहद को मिलाकर हेयर मास्क बना लें और इसे बालों पर लगाएं। इससे खराब बालों को पोषण मिलता है।
B- शहद और अंडे से बना हेयर मास्क ख़राब बालों की मरम्मत करते हैं।
C- शहद और एलोवेरा का मिश्रण बालों के बढ़ने में मदद करता है।
मुंहासे दूर करने में उपयोगी :
शहद में मौजूद जायलोज और सुक्रोज, वाटर एक्टिविटी को कम करते हैं और बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते हैं। इस वजह से शहद मुहांसे दूर करने में काफी उपयोगी है।
उपयोग विधि : रात में सोने से पहले शहद की थोड़ी सी मात्रा लेकर सीधे मुंहासे पर लगाएं और रात भर के लिए सूखने दें। अगली सुबह इसे ठंडे पानी से धो लें।
शहद के नुकसान और सेवन से जुड़ी सावधानियां
शहद के फायदे तो अब आप सभी को पता चल ही चुकें हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि शहद के सेवन से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं? जी हाँ, अगर आप ज़रुरत से अधिक मात्रा में या गलत चीजों के साथ शहद मिलाकर खाते हैं तो आपको शहद के नुकसान (shahad ke nuksan) झेलने पड़ सकते हैं। आइये जानते हैं कि शहद के नुकसान क्या हैं और किन परिस्थितियों में या किन चीजों के साथ शहद का सेवन नहीं करना चाहिए।
अधिक मात्रा में सेवन करने से बचें :
अगर आप सामान्य रूप से खाने में शहद का सेवन कर रहे हैं तो दिन भर में एक से दो चम्मच का सेवन पर्याप्त है और अगर आप इसे औषधि के रूप में या त्वचा के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं तो चिकित्सक द्वारा बताए खुराक के अनुसार ही सेवन और उपयोग करें। अधिक मात्रा में सेवन करने से शहद के साइड इफ़ेक्ट (side effects of honey) हो सकते हैं और इससे उल्टी-मिचली आना और कुछ मामलों में डायरिया की शिकायत हो सकती है।
एक साल से कम उम्र के बच्चे को ना खिलाएं शहद :
आधुनिक चिकित्सा पद्धति में ऐसा माना गया है कि एक साल से कम उम्र के बच्चों को शहद (honey in hindi) नहीं खिलाना चाहिए। इससे बच्चों में बोटुलिज़्म (Botulism) का खतरा हो सकता है। इसलिए अगर आप एक साल से कम उम्र के बच्चे को शहद खिलाना चाहते हैं तो पहले डॉक्टर की सलाह लें। इसी तरह छोटे बच्चों की त्वचा पर भी शहद लगाने से परहेज करना चाहिए।
पराग कणों से एलर्जी वाले लोग करें परहेज :
यदि आपको पराग कणों से एलर्जी है तो आपको शहद के सेवन या उपयोग से परहेज करना चाहिए। शोध के अनुसार जिन लोगों को पराग कणों से एलर्जी होती है, अगर वे शहद का उपयोग करते हैं तो उनकी एलर्जी और बढ़ सकती है।
संवेदनशील त्वचा वाले लोग करें परहेज :
अगर आपकी त्वचा बहुत संवेदनशील है तो सीधे तौर पर शहद न लगाएं, बल्कि शहद में गुलाब जल या दूध मिलाकर उसे पतला कर लें और फिर उसे त्वचा पर लगाएं। दूध और शहद का मिश्रण त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।
अनियंत्रित ब्लड शुगर लेवल :
कई लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि क्या डायबिटीज के मरीज शहद का सेवन कर सकते हैं? या चीनी की बजाय शहद का सेवन डायबिटीज के मरीजों के लिए ज्यादा फायदेमंद है? आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जिन लोगों का डायबिटीज नियंत्रण में है वे खाने के तौर पर शहद का सेवन कर सकते हैं। शहद के सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है जिससे डायबिटीज से होने वाली समस्याओं से बचाव होता है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि अगर आपका शुगर लेवल अनियंत्रित रहता है तो फिर शहद के सेवन से परहेज करें। मधुमेह के मरीज शहद का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रुर लें।
ब्लड प्रेशर के मरीज :
अगर आप पहले से हाई ब्लड प्रेशर की दवाइयां ले रहे हैं तो रोजाना शहद खाने के दौरान अपना ब्लड प्रेशर ज़रुर चेक करते रहें।
समान मात्रा में घी और शहद ना लें :
आयुर्वेद में घी और शहद की समान मात्रा का एक साथ सेवन ना करने की सलाह दी गयी है। आयुर्वेद में इसे विरुद्ध आहार की श्रेणी में रखा गया है। इसलिए घी के साथ शहद का समान मात्रा में सेवन ना करें।
गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान :
वैसे तो शहद के फायदे हर उम्र के लोगों के लिए उपयोगी हैं लेकिन गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान आप इसका सीमित मात्रा में ही सेवन करें। अगर आप शहद का सेवन औषधि के रुप में करना चाहती हैं तो स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार करें।
गर्म पानी में डालकर ना पियें :
गुनगुने पानी में शहद मिलाकर पीते समय हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि पानी एकदम खौलता हुआ नहीं होना चाहिए और कभी भी शहद को पानी में डालकर उबालें नहीं क्योंकि ये भी विरुद्ध आहार की श्रेणी में आते हैं। इसलिए हमेशा हल्के गुनगुने पानी या सामान्य तापमान वाले पानी के साथ ही शहद का प्रयोग करें।