इम्युनिटी बढ़ाने के लिए जड़ी-बूटियां और मसाले डाइट में करें शामिल

बच्चों में कोविड संक्रमण के बढ़ते खतरे ने उनकी इम्युनिटी बढ़ाना आवश्यक बना दिया है

Update: 2021-09-04 09:59 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क| बच्चों में कोविड संक्रमण के बढ़ते खतरे ने उनकी इम्युनिटी बढ़ाना आवश्यक बना दिया है. मजबूत इम्युनिटी बच्चों में संक्रमण के जोखिम को कम करने और उन्हें स्वस्थ रखने में मदद करती है. इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आप कई तरह के पौष्टिक फूड अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आप कौन सी जड़ी-बूटियां और मसाले डाइट में शामिल कर सकते हैं आइए जानें.

तुलसी – अपने कई स्वास्थ्य लाभों और चिकित्सीय विशेषताओं के लिए प्रसिद्ध, तुलसी, जिसे अक्सर 'जड़ी-बूटियों की रानी' के रूप में जाना जाता है, विटामिन ए, सी और के से भरपूर होती है. ये औषधीय जड़ी बूटी बुखार को कम करती है और सर्दी या खांसी के लिए एक प्रभावी उपचार है. इसके अलावा, ये हृदय स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देती है. दूध में तुलसी के पत्ते डालने से बुखार से राहत मिलती है.

हल्दी – हर भारतीय घर में एक प्रमुख, हल्दी में एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. ये खाने के स्वाद को बढ़ाता है. हल्दी एंटीऑक्सीडेंट में उच्च है, और हृदय को स्वस्थ रखता है. ये हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकते हैं. इसमें कैंसर विरोधी गुण भी होते हैं. इम्युनिटी बढ़ाने और हड्डियों को मजबूत करने के लिए हल्दी पाउडर को दूध में मिला सकते हैं. ये सर्दी, खांसी और बुखार में इस्तेमाल कर सकते हैं.

दालचीनी – ये मसाला इम्युनिटी बढ़ाने और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है. चॉकलेट मिल्क में दालचीनी पाउडर मिला सकते हैं.

अदरक और लहसुन – अदरक फायदेमंद है क्योंकि ये सर्दी और फ्लू पैदा करने वाले वायरस को नियंत्रित करता है. बच्चों के लिए स्वादिष्ट बनाने के लिए अदरक को दूध में मिलाया जा सकता है. सर्दी-खांसी होने पर शहद में आधा चम्मच सोंठ का चूर्ण और जीरा का चूर्ण मिलाकर सेवन करें. लहसुन में एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं. ये इम्युनिटी में सुधार करने में मदद करता है. आप इस सामग्री का कच्चे रूप में भी सेवन कर सकते हैं.

अश्वगंधा – ये प्राचीन औषधीय जड़ी बूटी शारीरिक समस्याओं को ठीक करती है और मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार करती है. अश्वगंधा इम्युनिटी बढ़ाने में मदद करता है. मांसपेशियों को ताकत देता है और मस्तिष्क के कार्य में सुधार करता है. अगर बच्चे ज्यादा थकान महसूस कर रहे हैं, तो दूध में अश्वगंधा पाउडर मिलाकर दिया जा सकता है.

जीरा – जीरा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है. जीरा भूनकर पीस लें, इसमें शहद मिलाकर पीने से खांसी और गले की खराश दूर होती है. जीरा को तड़का भी लगाया जा सकता है और चावल और अन्य व्यंजनों में मिलाया जा सकता है.

लौंग – इस मसाले को सब्जियों में मिलाया जा सकता है ताकि बच्चों के लिए इसका सेवन आसान हो सके. आप केक और ब्रेड में लौंग का पाउडर भी मिला सकते हैं.

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