अगर आपका बच्चा भी करता है स्मार्टफोन का इस्तेमाल तो जान लीजिये ये ये सेफ्टी टूल्स

ज्यादा स्मार्टफोन इस्तेमाल करने से बच्चे की आंखें तो कमजोर होती ही है। साथ ही उनकी सोशल स्किल्स भी प्रभावित होती है। बच्चे मोबाइल की दुनिया को ही असली दुनिया समझने लग जाते हैं।

Update: 2022-06-08 12:08 GMT

लॉकडाउन के दौरान बच्चों के एटरटेनमेंट के लिए पेरेंट्स ने उनके हाथों में स्मार्टफोन थमा दिया, जिसकी वजह से बच्चे फोन में ज्यादा ही मग्न रहने लगे। इस बात का असर उनके दिमाग पर भी पड़ा। कई शोध में यह बात सामने आई है कि ज्यादा स्मार्टफोन इस्तेमाल करने से बच्चे की आंखें तो कमजोर होती ही है। साथ ही उनकी सोशल स्किल्स भी प्रभावित होती है। बच्चे मोबाइल की दुनिया को ही असली दुनिया समझने लग जाते हैं। उनकी ग्रोथ रूक जाती है और वे धीरे-धीरे दुनिया से कटने लगते हैं। ऐसे में बच्चों से स्मार्टफोन की लत छुड़ाना बहुत जरूरी है। आप काम के लिए बच्चों को स्मार्टफोन दें लेकिन उन्हें इसका आदी न बनने दें। आपका बच्चा अगर ऑनलाइन स्टडी करता है, तो आपको कुछ सेफ्टी टूल्स पता होने चाहिए।

पेरेंटल कंट्रोल बोर्ड (Parental Control Board)

गूगल प्लेस्टोर पर आपको यह ऐप आसानी से मिल जाएगा। इस ऐप से यह पता चल जाएगा कि आपका बच्चा स्मार्टफोन या आइपैड से किसे कॉल कर रहा है? किससे कितनी देर बात कर रहा है या क्या मैसेज भेज रहा है? साथ ही यह भी पता चलता है आपको इससे यह भी पता चल जाएगा कि आपका बच्चा किसी सोशल साइट पर कितना टाइम बिता रहा है। यहां पर इसके अलावा भी कई सेफ्टी फीचर्स हैं।

किड्स जोन (Kids Zone)

इस ऐप से बच्चों के फोन में टाइम लिमिट सेट की जा सकती है । इसके अलावा स्मार्टफोन रिबूट होने के बाद रिलॉक होना या फोन कॉल के साथ ही टेक्स्ट मैसेज का ब्लॉक करने जैसे कई फीचर्स भी इस मोबाइल में उपलब्ध हैं। आप किड्स जोन में कई इंटरनेट वेबसाइट्स को भी ब्लॉक कर सकते हैं, जो बच्चे के लिए सही नहीं है।

यू-ट्यूब किड्स (Youtube Kids)

यूट्यूब का स्पेशल फीचर जिसमें बच्चे को एडल्ट कंटेंट से दूर रखा जा सकता है। इसमें अगर बच्चा कोई एडल्ट कंंटेंट सर्च भी करता है, तो आपको इनफॉर्मेशन मिल जाएगी। आप इसके कई फीचर्स खुद ट्राई करके इसे बेहतर तरीके से समझ

सकते हैं। इसमें भी टाइम लिमिट सेट की जा सकती है।

सेफ्टी आईडी बनाएं (Safety Ids)

सेफ्टी के तौर पर बच्चोंं की नई आईडी बना लें, ताकि आपको जानकारी रहे कि बच्चा उस आईडी का इस्तेमाल कहां-कहां कर रहा है। इसके लिए आप अपना नम्बर डालें ताकि बच्चा आईडी रिकवर करे, तो आपको भी जानकारी रहे। सबसे पहले स्मार्टफोन में प्लेस्टोर से डाउनलोड करें और जीमेल से अकाउंट में साइन-इन करें। बच्चे का भी एक जीमेल अकाउंट बनाएं। अपने फोन में जेनरेट किया गया कोड बच्चे के फोन में भी डालें। एक बार दोनों फोन कनेक्ट हो जाएंगे, तो आपको डिटेल्स खुद मिलती रहेगी।

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