अगर आप भी नहाने से बचने के लिए लगाते हैं डियोडोरेंट- परफ्यूम, तो हो जाए सावधान
गर्मियों के मौसस में ज्यादातर लोगों पसीने की बदबू को दूर करने के लिए डियोडोरेंट और परफ्यूम रा इस्तेमाल करते है.
जनता से रिश्ता बेवङेस्क | गर्मियों के मौसस में ज्यादातर लोगों पसीने की बदबू को दूर करने के लिए डियोडोरेंट और परफ्यूम रा इस्तेमाल करते है. इसके अलावा कई लोगों सर्दियों में भी नहाने की जगह डियो का इस्तेमाल करते हैं. अगर आप भी जरूरत से ज्यादा डियो का इस्तेमाल करते है तो यह आपके सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है.
कई अध्ययनों के अनुसार माना गया कि शरीर से पसीना निकलना बेहद जरूरी है और डियो लगाने की वजह से पसीना नहीं निकलता है, जिसकी वजह से कई समस्याएं हो सकती हैं. शोधकर्ताओं का कहना है कि पसीने की वजह से शरीर डिटॉक्सिफाई होता है. इसके अलावा शरीर को प्राकृतिक तौर पर ठंडक मिलती है.
पसीना आने का मतलब है कि आपके शरीर के ग्लैंड अच्छी तरह से काम कर रहे है. लेकिन डियो लगाने की वजह से ग्लैंड कमजोर हो जाते हैं और शरीर पर बीमारियों के हमले की अंशका बढ़ जाती है.
डियो लगाने से सबसे ज्यादा स्किन को नुकसान पहुंचता है. इसमे पाया जाना वाला प्रोपलीन ग्लाइकोल नाम का केमिकल स्किन में रैशेज और रेडनेस होने लगती हैं. डियो में पाया जाना वाला न्यूरोटॉक्सिन केमिकल किडनी और लीवर पर असर डालता है.
डियो में पराबेन केमिकल होता है जिसकी वजह से स्तन कैंसर बढ़ जाता है. ये केमिकल कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स में मिलता है. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि डियो का असर आपके दिमाग पर भी होता है. इसके अलावा अलजाइमर का खतरा भी बढ़ जाता है.