लो ब्लड प्रेशर की वजह से आने लगें चक्कर तो करें ये
ब्लड प्रेशर का स्तर कम होने को मेडिकल भाषा में हाइपोटेंशन कहा जाता है। ऐसा तब होता है जब अचानक ब्लड प्रेशर अचानक से कम हो जाता है। मयो क्लीनिक के अनुसार, ऐसा होने पर बैठकर उठने या फिर लेटे रहने के बाद उठने पर चक्कर आ जाते हैं।
ब्लड प्रेशर का स्तर कम होने को मेडिकल भाषा में हाइपोटेंशन कहा जाता है। ऐसा तब होता है जब अचानक ब्लड प्रेशर अचानक से कम हो जाता है। मयो क्लीनिक के अनुसार, ऐसा होने पर बैठकर उठने या फिर लेटे रहने के बाद उठने पर चक्कर आ जाते हैं।
ब्लड प्रेशर कम होने के लक्षण क्या हैं?
ब्लड प्रेशर कम होने के कई लक्षण हैं:
जिसमें चक्कर आना
कमज़ोरी
धुंधला दिखना
ध्यान लगाने में दिक्कत
और मतली शामिल है।
ब्लड प्रेशर कम होने के पीछे क्या कारण हैं?
ब्लड प्रेशर के अचानक कम हो जाने के पीछे ये कारण हो सकते हैं:
शरीर में पानी की कमी
प्रेग्नेंसी
कई तरह की दवाओं का साइड इफेक्ट
लंबे समय तक आराम करना आदि।
हाइपोटेंशन की वजह से चक्कर आना
लो ब्लड प्रेशर की तरह के होते हैं, जिसमें ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन शामिल है। ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन की वजह से चक्कर आना और यहां तक कि बेहोशी तक हो सकती है। इसलिए लक्षणों को लेकर सतर्क रहें और फौरन एक्शन लें।
हाइपोटेंशन के उपाय क्या हैं?
मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर आप ब्लड प्रेशर कम हो जाने की वजह चक्कर जैसे महसूस करत हैं, तो आपको खूब सारा पानी पी लेना चाहिए। मरीज़ को कुर्सी पर न बैठाएं बल्कि उन्हें ज़मीन पर सीधा लेटाकर उनके पैरों को ऊपर की उठाएं ताकि रक्त का संचार दिल तक पहुंचे।
नमक कर सकता है मदद
ब्लड प्रेशर को थोड़ा बढ़ाने में नमक भी मददगार साबित हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि नमक की मात्रा बढ़ाने से ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
कम्प्रेशन स्टॉकिंग
कम्प्रेशन स्टॉकिंग रक्त के संचार को बेहतर बनाने में मदद करती है जिससे खून पैरों से दिल तक पहुंचता है। यही वजह है कि लो ब्लड प्रेशर के मरीज़ों को डॉक्टर कम्प्रेशर स्टॉकिंग पहनने की सलाह देते हैं।
डॉक्टर द्वारा दी गईं दवाइयां
कई मामलों में डॉक्टर भी लो ब्लड प्रेशर के लिए दवाओं का सुझाव देते हैं।
बीपी को सही तरीके से कैसे चेक करें?
ब्लड प्रेशर चेक करते समय मरीज़ को पैरों को ज़मीन पर रखकर सीधा बैठना चाहिए। ब्लड प्रेशर की मशीन का कफ सीने की हाइट पर हाथों पर लगाना चाहिए। वरना परिणाम गलत भी आ सकते हैं।