
दुनियाभर में डायबिटीज के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, भारत को तो 'मधुमेह की राजधानी' तक कहा जाता है, क्योंकि यहां इस बीमारी से पीड़ित लोगों की तादाद सबसे ज्यादा है. इधर की लाइफस्टाइल और फूड हैबिट्स बेहतर करने में लोग कम जोर देते है जिससे खतरा बढ़ जाता है. जिन लोगों को डायबिटीज नहीं है उन्हें इससे बचने की तमाम कोशिशें करनी चाहिए. आइए जानते हैं कि किन 4 वजहों से मधुमेह का खतरा सबसे ज्यादा बढ़ जाता है, और कहीं आप भी मधुमेह को दावत तो नहीं दे रहे?
जेनेटिक कारण
डायबिटीज के जेनेटिक कारणों को नकारा नहीं जा सकता, अगर आपके दादा-दादी, माता-पिता या किसी क्लोज फैमिली मेंबर को मधुमेह रहा है तो आप भी इस परेशानी के शिकार हो सकते हैं. इससे बचने के लिए बेहतर जीवनशैली और खान-पान के तरीकों में जरूर बदलाव करें.
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ऑयली फूड्स
ऑयली फूड्स
भारत में ऑयली फूड्स खाने का चलन काफी ज्यादा है, बिना तेल के कई रेसेपीज को पकाना मुश्किल होता है, इसका टेस्ट भले ही हमारी जुबान को भाता हो, लेकिन सेहत के लिहास से इन्हें बिलकुल भी अच्छा नहीं माना जा सकता है, ये डायबिटीज का रिस्क कई गुणा बढ़ा देते हैं.
माइक्रोन्यूट्रिएंट की कमी
अगर आपके शरीर में माइक्रोन्यूट्रिएंट की कमी हो जाए तो डायबिटीज जैसी जटिल बीमारी का खतरा काफी बढ़ जाता है, इसके लिए जरूरी है कि आप शाकाहारी भोजन का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें. विटामिन डी की कमी से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण से बाहर जा सकता है, इसलिए रोजाना 10 से 15 मिनट धूप में रहने की कोशिश करें.
फिजिकल एक्टिविटीज की कमी
जो लोग वर्कआउट और फिजिकल एक्टिविटीज के लिए समय नही निकाल पाते और कहीं न कहीं अपना नुकसान कर बैठते हैं, सबसे पहले वो मोटापे के शिकार होते हैं, फिर हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से दिल की बीमारियों और डायबिटीज को दावत देते हैं.
सिगरेट और शराब
इस बात को हम सदियों से जानते हैं कि स्मोकिंग और ड्रिंकिंग हमारी सेहत के सबसे बड़े दुश्मन हैं, फिर भी हम इन बुरी आदतों को छोड़ नहीं पाते और अपना नुकसान कर बैठते हैं. सिगरेट, बीड़ी, हुक्का, अल्कोहल जैसे चीजों से न सिर्फ डायबिटीज, बल्कि ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज का खतरा पैदा हो जाता है.