Health Tips स्वास्थ्य सुझाव: इसके पीछे कई तरह के कारण हो सकते हैं जैसे चोट या संक्रमण। डायबीटीज, हाई ब्लड प्रेशर, ओबेसिटी, कम फिजिकल एक्टिविटी आदि भी शरीर में गांठ बनने की वजह हो सकते हैं। कुछ गांठे ऐसी होती हैं जो बेहद नरम होती है और इन्हें लिपोमा कहा जाता है। जो गांठे सौम्य होती हैं उनसे कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का खतरा नहीं होता है।
शरीर में कहीं भी बन सकती है गांठ
इस तरह की गांठे शरीर के किसी भी हिस्से में बन सकती है जैसे कंधा, पीठ, छाती, हाथ, पेट और गर्दन। औरतों को बच्चेदानी में की समस्या होती है। गांठे चाहे जैसी भी हों लेकिन ज्यादा समय तक इन्हें अनदेखा नहीं करना चाहिए। यदि आपको अपने शरीर में ऐसी कोई समस्या दिखे तो आप तुरंत जांच करवाएं और डॉक्टर से सलाह लें। Cysts
ऐसे लोगों को लिपोमा खतरा ज्यादा होता है
बढ़ती उम्र के लोगों में लिपोमा के मामले ज्यादा देखे जाते हैं। खासतौर पर 40 से लेकर 60 वर्ष तक के लोगों में यह समस्या अधिक होती है। इससे बचने के लिए अपनी Body को फिट रखना बेहद जरूरी है। खासतौर पर वजन को कंट्रोल रखना चाहिए। शरीर में जरूरत से ज्यादा फैट बढ़ जाने के कारण व्यक्ति को लिपोमा हो सकता है। इसकी वजह अनुवांशिक भी हो सकती है यानी परिवार में यदि पहले से ही किसी को ऐसी समस्या है तो घर के दूसरे सदस्य को भी यह हो सकती है।
हर तरह की गांठ का आयुर्वेदिक इलाज
डॉक्टर इरफान के अनुसार माजूफल जिसे गॉलनट भी कहते है, फिटकरी और जैतून के छिल्के को मिक्स करके इनका powder बनाकर खाने से हर तरह की गांठ को खत्म किया जा सकता है। यदि महिलाओं को यूट्रस में सिस्ट की समस्या है तो इस आयुर्वेदिक फॉर्मूला को अपनाकर उन्हें इस परेशानी से छुटकारा मिल सकता है। सबसे पहले आपको 100 ग्राम माजूफल, 50 ग्राम फिटकरी और 50 ग्राम जैतून का छिल्का लेना है। इन तीनों चीजों को अच्छी तरह पीसकर पाउडर बना लें और एक डिब्बे में बंद करके रख दें। इस पाउडर को ताजे पानी के साथ रोजाना सुबह आधा चम्मच और शाम को आधा चम्मच खाने से केवल एक महीने के अंदर ही आपके शरीर की गांठ ठीक हो जाएगी।