Health Care हेल्थ केयर: सुबह उठने के एक दो घंटे के अंदर ब्रेकफास्ट करना जरूरी होता है। अगर आपको अगले तीन-चार घंटे भी भूख का एहसास नहीं होता और ब्रेकफास्ट करने का दिल नहीं करता। तो इस लक्षण को हल्के में ना लें। सुबह के वक्त भूख ना लगना किसी हेल्थ प्रॉब्लम की ओर इशारा करता है। हालांकि कई बार जब रात को हैवी खाना खाकर सोते हैं तो सुबह तक वो डाइजेस्ट नहीं होता। ऐसे में भूख ना लगना नॉर्मल है। लेकिन लगातार लंबे समय में आप सुबह भूख ना महसूस होने और खाने के बाद सुस्ती जैसा महसूस करते हैं तो ये किसी क्रॉनिक डिसीज के लक्षण हो सकते हैं।
हो सकते हैं हार्मोनल बदलाव
कई बार रातभर में घ्रेलिन और लेप्टिन जैसे हार्मोन में उतार-चढ़ाव होता है। जिसकी वजह से पेट भरे होने का एहसास होता है। ये hormones अक्सर रातभर में बदलते रहते हैं. लेकिन लंबे समय तक सुबह भूख ना लगने की शिकायत हो तो इसे ठीक करना जरूरी होता है।
एंजायटी और डिप्रेशन
एंजायटी और डिप्रेशन दोनों ही भूख को प्रभावित करता है। नींद ना आना, थकान, डिप्रेशन की वजह से अक्सर भूख नहीं लगती। ब्रेकफास्ट के वक्त अक्सर भूख ना लगना मेंटली बीमार लोगों के साथ होता है।
अगर आप बीमार है
बुखार, सर्दी, निमोनिया जैसी बीमारी होने पर भी अक्सर सुबह के समय भूख नहीं लगती है। फ्लू,और इंफेक्शन की वजह से कई बार उल्टी और मिचली लगती है और साथ ही भूख भी गायब हो जाती है।
थायरॉइड
हाइपोथायरॉइड की स्थिति में भूख ना लगना एक समस्या है। इस स्थिति में Thyroid का फंक्शन रुक जाता है।
ओवैल्यूशन
महिलाओं में ओवेल्यूएशन के टाइम पर भूख ना लगने की समस्या होने लगती है। जिसमे एस्ट्रोजन फीमेल हार्मोंस बढ़ जाते हैं और भूख नहीं लगती।
लिवर डिसीज
जिन लोगों का लिवर ठीक तरीके से फंक्शन नहीं करता है। उन्हें सुबह के समय भूख नहीं लगती।
इसके अलावा किडनी डिसीज, एचआईवी, कैंसर, हार्ट फेलियर जैसी स्थिति में ब्रेकफास्ट के समय भूख का एहसास नहीं होता।