गर्भावस्था में चावल खाना सेहत के लिए है फायदेमंद या नुकसानदेह, जानें

प्रेगनेंसी महिलाओं के लिए बेहद अनमोल पल होता है। इस दौरान महिलाओं को अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना पड़ता है। इससे न केवल मां बल्कि बच्चे का भी शारीरिक और मानसिक विकास सही से होता है।

Update: 2022-10-10 05:43 GMT

 प्रेगनेंसी महिलाओं के लिए बेहद अनमोल पल होता है। इस दौरान महिलाओं को अपनी सेहत पर विशेष ध्यान देना पड़ता है। इससे न केवल मां बल्कि बच्चे का भी शारीरिक और मानसिक विकास सही से होता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई प्रकार की परेशानियों से गुजरना पड़ता है। इसके लिए महिलाओं को खान-पान और रहन-सहन के प्रति जागरूक रहना चाहिए। वहीं, गर्भावस्था में चावल खाना कितना सही है। इस विषय को लेकर लोगों के मन में संशय रहता है आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो गर्भावस्था के दौरान चावल खाना बिल्कुल सुरक्षित है। हालांकि, चावल कितनी मात्रा में खाते हैं। इसका अवश्य ध्यान रखना चाहिए। अगर अत्यधिक मात्रा में चावल का सेवन करते हैं, तो वजन बढ़ सकता है। इसमें मैग्नीशियम पाया जाता है, जो बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास में सहयोग करता है। साथ ही मां भी स्वस्थ रहती है।

व्हाइट राइस और ब्राउन राइस दोनों ही चावल गर्भवती महिला के लिए फायदेमंद है। इसमें कैल्शियम, फाइबर, राइबोफ्लेविन, थायमिन और विटामिन डी पाया जाता है। जिससे इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। साथ ही चावल में पाया जाने वाला कार्ब्स शरीर को शक्ति प्रदान करता है। वहीं, ब्राउन राइस खाने से गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान होने वाली पेट संबंधी विकारों में आराम मिलता है। साथ ही पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। साथ ही ब्राउन राइस में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है। इससे शुगर कंट्रोल में रहता है। इसके लिए गर्भवती महिलाओं को चावल का सेवन करना चाहिए। इसके लिए साल्मन मछली के साथ सेवन कर सकते हैं। साल्मन मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे बच्चे का मानसिक विकास सही से होता है। साथ ही इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-ऑक्सीडेटिव, एंटी-कार्सिनोजेनिक के गुण पाए जाते हैं। ये गुण मस्तिष्क को सभी प्रकार की बीमारियों से सुरक्षित रखते हैं। इसके लिए साल्मन मछली और चावल का सेवन कर सकते हैं।


Tags:    

Similar News

-->