'धरती को खत्म होने में 100 साल भी नहीं लगेगा', सीएम नितीश के बयान के क्या हैं मायने
बिहार: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजनीतिक कारणों से हमेशा चर्चा में रहते हैं। इसके साथ ही कई बार वह ऐसा बयान दे जाते हैं जिससे राजनीति शुरू हो जाती है। दरअसल, पिछले दिनों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार संग्रहालय के स्थापना दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने कह दिया कि अब धरती 100 साल के अंदर खत्म हो जाएगी। दरअसल नीतीश कुमार दुनिया में बढ़ते टेक्नोलॉजी के दबदबे की बात कर रहे थे। उन्होंने निराशा जाहिर करते हुए कहा कि आज हर कोई उसी पर निर्भर हो गया है। कोई भी चीज होती है, हम टेक्नोलॉजी का ही सहारा लेते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब हम ना लिखेंगे, ना कागज रखेंगे तो धरती को खत्म होने में 100 साल भी नहीं लगेगा।
भाजपा का पलटवार
भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री कुमार इस तरह की टिप्पणी करके हंसी का पात्र बन गए हैं। उन्होंने अगले 100 वर्षों में हर व्यवस्था के ध्वस्त होने की भविष्यवाणी को बकवास करार दिया। उन्होंने सवाल करते हुए कहा, ‘‘इस कागज रहित समय में, वह कागज के उपयोग को बढ़ावा देने की बात कर रहे हैं। वह तकनीकी प्रगति से क्यों डरते हैं।’’ आनंद ने कहा, ‘‘हो सकता है नीतीश जी किसी बीमारी से पीड़ित हों, जिसके लिए उन्हें चिकित्सक के पास तत्काल जाने की आवश्यकता है।’’ भाजपा नेता ने यह भी कहा कि सत्तर साल के व्यक्ति ने लालूजी (राजद प्रमुख) की गोद में बैठकर और प्रधानमंत्री बनने का दिवास्वप्न देखकर अपनी इंद्रियों के साथ-साथ विवेक भी खो दिया है।
नीतीश की चिंता
तीस मिनट से अधिक समय के अपने भाषण में, कुमार ने लोगों द्वारा ‘डेटा स्टोर’ करने के लिए अपने मोबाइल फोन का तेजी से उपयोग करने और कागज का उपयोग पूरी तरह से छोड़ने को लेकर चिंता व्यक्त की। कुमार ने चेतावनी दी कि ‘‘इस दर से, दुनिया 100 साल से अधिक समय तकनहीं टिक पाएगी , लेकिन साथ ही यह भी कहा, ‘‘मैंने ऐसा मजाक में कहा होगा। मुझे चिंता करने की क्या जरूरत है। मैं पहले ही 73 वर्ष का हो चुका हूं और अब मेरे जाने का समय हो गया है।’’ जनता दल (युनाइटेड) नेता कुमार एक तरह से यह संकेत देते रहे हैं कि वह चाहेंगे कि राज्य के उप मुख्यमंत्री एवं राजद नेता तेजस्वी यादव अगले विधानसभा चुनाव में कमान संभालें।