गठिया के मरीजों के लिए रामबाण है सहजन

खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण देश-दुनिया में तेजी से लोग गठिया के शिकार हो रहे हैं

Update: 2022-02-03 14:20 GMT

खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण देश-दुनिया में तेजी से लोग गठिया के शिकार हो रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, देश में करीब 18 करोड़ लोग गठिया रोग से ग्रसित हैं जिसमें पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की संख्या तीन गुना अधिक है।

आज के समय में गठिया की समस्या से बुजुर्ग ही नहीं बल्कि युवा भी शिकार हो रहा है। ऐसे में अगर दवाओं के साथ-साथ खानपान का ख्याल रखा जाए तो काफी हद तक इस समस्या को कम किया जा सकता है। गठिया की समस्या से निजात पाने के लिए सहजन का सेवन करना भी लाभकारी हो सकता है।
आयुर्वेद में सहजन का काफी अधिक महत्व है। इसे मोरिंगा नाम से भी जाना जाता है। औषधीय गुणों से भरपूर सहजन गठिया के अलावा ब्लड शुगर, किडनी स्टोन, पेट संबंधी समस्या, ब्लड प्रेशर आदि को भी कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।
सहजन में पाए जाने वाले तत्व
सहजन में भरपूर मात्रा में फास्फोरस, पोटैशियम, आयरन, कैल्शियम, प्रोटीन, बीटा कैरोटीन, अमीनो एसिड, मैग्नीशियम, विटामिन ए, बी और सी के अलावा, एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल जैसे गुण पाए जाते हैं।
गठिया में है फायदेमंद
सहजन की पत्तियां और फलियां अर्थराइटिस की समस्या को कम करने में मदद करती हैं। सहजन की पत्ती का काढ़ा बनाकर पीने से गठिया का दर्द कम होता है। इसके अलावा सहजन की फली को सब्जी या सूप के तौर पर भी सेवन कर सकते हैं।
सहजन के अन्य फायदे
डायबिटीज
सहजन में राइबोफ्लेविन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। सहजन की पत्तियों को सुखाकर पाउडर बना लें। इसके बाद एक पैन में पानी डालें और इसमें थोड़ा सहजन का पाउडर डालकर उबाल लें। इसके बाद इसे छान लें और शहद मिलाकर पी सकते हैं।
इम्यूनिटी भी करे मजबूत
सहजन में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो शरीर की इम्यूनिटी को भी मजबूत करने में मदद करते हैं। इसलिए सहजन को सब्जी, सूप, पाउडर आदि के रूप में खाना लाभकारी हो सकता है।
हड्डियों को बनाए मजबूत
सहजन में मैग्नीशियम, कैल्शियम, फास्फोरस जैसे तत्वों के अलावा इसमें बीटा कैरोटिन मौजूद होता है जो एंटी ऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है जिससे शरीर में कैल्शियम की कमी पूरी होने के साथ हड्डियां भी मजबूत हो सकती हैं।
अस्थमा को करे कंट्रोल
सहजन का सेवन करने से कफ दोष की समस्या में भी लाभ मिलता है। अगर अस्थमा के मरीज रोजाना सहजन की छाल का पाउडर थोड़ी मात्रा में लेकर शहद के साथ खाएं तो उन्हें सांस से जुड़ी समस्याओं से राहत मिल सकती हैं।
पेट संबंधी समस्याएं रहेगी दूर
सहजन में फाइबर अधिक मात्रा में पाया जाता है। इसलिए पेट संबंधी समस्याएं जैसे कब्ज, एसिडिटी, अपच आदि की समस्या हैं तो किसी भी रूप में सहजन का सेवन कर सकते हैं।
किडनी में पथरी
जिन लोगों को किडनी में पथरी की समस्या हो उन्हें सहजन की सब्जी और सूप का सेवन करना लाभकारी हो सकता है। इससे अलावा सहजन की जड़ की छाल का काढ़ा बनाकर उसमें सेंधा नमक और हींग मिलाकर पीने से पथरी की समस्या से राहत मिल सकती है।


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