विज्ञापन में आकर ना खरीदे कुकिंग ऑइल, रखें इन बातों का ध्यान
रखें इन बातों का ध्यान
खानपान में तेल का इस्तेमाल किया जाना स्वभाविक हैं और आजकल बाजारों में कई तरह के तेल देखने को मिलते हैं। इसी के साथ ही बाजारों में तेल को लेकर कई विज्ञापन देखने को मिलते हैं। कई लोग इन विज्ञापन को देखकर ही आकर्षित होते हैं और उसी के अनुसार ही अपने कुकिंग ऑइल का चुनाव करते हैं। लेकिन यह तेल के चुनाव का सही तरीका नहीं है क्योंकि इससे आपकी सेहत जुड़ी होती हैं। आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह कुकिंग ऑइल का चुनाव किया जाए। तो आइये जानते हैं इन टिप्स के बारे में...
स्वाद के अनुसार
मार्केट में मिलने वाले तेलों का अलग-अलग स्वाद होता है, आपको क्या पकाना है इसके अनुसार अपने तेल का चुनाव करें। उदाहरण के लिए पास्ता अगर बनाना है तो उसके लिए सबसे उपयुक्त ऑलिव ऑइल होगा। इसी तरह पराठे सेंकने के लिए रिफाइन्ड तेल सही रहता है और बात हो तड़का लगाने की तो उसके लिए स्वाद के लिहाज से सरसों का तेल अच्छा माना जाता है।
स्मोक पॉइंट
तल का स्मोक पॉइंट वह होता है जिस पर वह गरम होने पर जलने लग जाता है और वह डीग्रेड हो जाता है। यह शरीर के लिए अच्छा नहीं होता। ऐसे में इस पॉइंट का भी ख्याल रखते हुए तेल खरीदना चाहिए। उदाहरण के लिए अगर आपको चीजें फ्राई करनी है तो इसके लिए हाई स्मोक पॉइंट वाला तेल बेस्ट रहेगा।
ओमेगा 6 और ओमेगा 3
ओमेगा 6 और ओमेगा 3 शरीर के लिए अच्छे माने जाते हैं। ये दोनों खाने के तेल में मौजूद होते हैं। हालांकि, ज्यादा ओमेगा 6 और कम ओमेगा 3 का बैलेंस कई दिक्कतें भी पैदा कर सकता है। ऐसे में कोशिश करें कि आप ऐसे तेल लें जिसमें इनका बैलेंज बेहतर हो।
कीमत के आधार पर
प्राइस ज्यादा है या कम इससे ज्यादा इस पर ध्यान दें कि वह आपके लिए कितना हेल्दी है। ज्यादा महंगे तेल का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि वह आपके लिए अच्छा है, इसलिए डीटेल्स जरूर पढ़ें।
तारीख जरूर देखें
ऑइल खरीदने से पहले उसकी एक्सपायरी डेट जरूर देखें। कोशिश करें कि आप ज्यादा आगे की एक्सपायरी डेट वाला तेल लें क्योंकि यह जल्दी खत्म नहीं होता है और डेट निकल जाने के बाद इसका इस्तेमाल सेहत को नुकसान पहुंचाता है।