बच्चों के लिए परेशानी बनती हैं कब्ज की समस्या, इन 10 उपायों से मिलेगा उन्हें आराम
नवजात शिशु ब्रेस्ट मिल्क यानी मां के दूध को आसानी से पचा लेते हैं और इसे प्राकृतिक रेचक (पेट साफ करने वाला) भी कहा जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बच्चों में कब्ज की समस्या आम बात है। नवजात शिशु ब्रेस्ट मिल्क यानी मां के दूध को आसानी से पचा लेते हैं और इसे प्राकृतिक रेचक (पेट साफ करने वाला) भी कहा जाता है। लेकिन जब बच्चे दूध के अलावा अन्य ठोस आहार लेना शुरू करते हैं तो कब्ज की समस्या होती है। समय रहते इस समस्या को दूर नहीं किया जाए, तो भयंकर रूप लेते हुए इससे आपके मासूम को असहनीय दर्द हो सकता और खून भी आ सकता है। छोटे बच्चे को बार-बार दवा देना भी सही नहीं है, तो ऐसे में आज हम आपको कुछ घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से बच्चों के कब्ज की समस्या को दूर किया जा सकता हैं। आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में...
ऑर्गेनिक नारियल तेल
कब्ज के घरेलू उपाय में नारियल तेल का प्रयोग भी किया जा सकता है। 6 महीने से अधिक उम्र के शिशु के खाने में दो या तीन मिली नारियल तेल मिला सकते हैं। अगर बच्चा 6 महीने सेकम है तो उसकी गुदा के आसपास नारियल तेल लगाएं।
शहद
कब्ज का आयुर्वेदिक तरीके से इलाज करने के लिए शहद और गर्म पानी का इस्तेमाल करें। सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुना पानी में दो चम्मच शहद मिलाएं। बच्चों को इसका सेवन करवाएं। इससे कब्ज दूर होती है। सुबह जब आपके बच्चे का पेट खाली हो तो आप उसे एक ग्लास दूध में 1-2 चम्मच शहद और चीनी डालकर पिला सकते हैं।
दूध और घी
छोटे बच्चों में कब्ज की समस्या होने पर उन्हें दूध में घी मिलाकर दें। दूध और घी का यह नुस्खा कब्ज की समस्या दूर करने के लिए सालों से इस्तेमाल होता आ रहा है। इसके लिए बच्चों को रात में सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में एक चम्मच देसी घी मिलाकर दें। दूध में घी डालकर पीने से मल आसानी से बाहर निकलता है और कब्ज से राहत मिलती है।
सेब का रस
बच्चों में भी फाइबर की कमी के कारण कब्ज हो सकती है। सेब में मौजूद घुलनशील फाइबर यानी पेक्टिन कब्ज के इलाज में लाभकारी होता है। आप सेब के छिलके साथ जूस निकाल कर शिशु को दे सकती हैं। दिन में दूध की बोतल में एक बार सेब का रस पिलाने से कब्ज ठीक हो जाता है।
अंजीर
अंजीर बच्चों के स्वास्थ्य के लिए अंजीर बहुत फायदेमंद माना जाता है। अंजीर का सेवन करने से कब्ज की समस्या दूर हो सकती है। अंजीर में फाइबर की उच्च मात्रा मौजूद होती है। अंजीर खाने से मल त्यागने में आसानी होती है और कब्ज के लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए अंजीर को रातभर पानी में भिगोकर रखें। सुबह खाली पेट अंजीर का सेवन करने से कब्ज और पेट दर्द से राहत मिलेगी।
टमाटर
6 महीने से अधिक उम्र के बच्चों में कब्ज से राहत दिलाने में टमाटर भी बहुत फायदेमंद होते हैं। आप टमाटर का रस दे सकती हैं। एक छोटे टमाटर को एक कप पानी में उबाल लें और इसे ठंडा कर के छानने के बाद इस रस की शिशु को रोज तीन से चार चम्मच पिलाएं।
किशमिश
बच्चे में कब्ज की समस्या होने पर उसे किशमिश खिलाएं। किशमिश पेट साफ रखने में मदद करती है। इसके नियमित सेवन से पाचन बेहतर होगा और बच्चे की कब्ज की समस्या दूर होगी। इसके लिए एक चम्मच किशमिश को रातभर पानी में भिगोकर रखें और फिर इसे बच्चे को खाने के लिए दें। किशमिश को बच्चे बहुत शौक से खाते भी हैं।
सौंफ
सौंफ भी पाचन संबंधित समस्याओं के इलाज में बहुत असरकारी होती है। एक चम्मच सौंफ को एक कप पानी में उबालने के बाद ठंंडा कर के छान लें और दिन में तीन से चार बार शिशु को चम्मच से ये काढ़ा पिलाएं। अगर शिशुु 6 महीने से कम है तो मां दिन में बार सौंफ खाए।
नींबू
आप कब्ज की दवा के रूप में नींबू का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक कप हल्के गर्म पानी में 1 नींबू निचोड़कर पिलाएं। इससे आंतों में जमा हुआ मल बाहर निकलता है। बेहतर परिणाम के लिए किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श लें।
पपीता
पपीता फाइबर का अच्छा स्रोत है और इसीलिए ये कब्ज के इलाज में बहुत असरकारी होता है। 6 महीने से अधिक उम्र के बच्चे के लिए पपीता कब्ज से छुटकारा दिलाने में बहुत फायदेमंद है।