समय-समय पर अपने कानों की करें सफाई इन आसान तरीकों से
सफाई इन आसान तरीकों से
इंसान की खूबसूरती सिर्फ उसके दमकते चेहरे से नहीं होती बल्कि उसके शरीर की सफाई से भी होती हैं। हमारे शरीर में कई अंग होते हैं जिनकी समय-समय सफाई जरूरी हैं। जिसमें से मुख्य हैं कान, जो कि हमें सुनने में मदद करते हैं। कान में वैक्स का जमना एक सामन्य प्रक्रिया हैं जो कि गन्दगी और बैक्टीरिया को कान में बढ़ने से रोकने के लिए फायदेमंद हैं। लेकिन अगर वैक्स ज्यादा हो जाये तो हमें कम सुनाई देने लगता हैं। इसलिए समय-समय पर कान की सफाई करनी चाहिए। आज हम आपको कान की सफाई करने के आसान तरीकों के बारे में बता रहे हैं। तो आइये जानते हैं उन तरिकों के बारे में।
हाइड्रोजन पैराऑक्साइड : हाइड्रोजन पैराऑक्साइड और पानी की एक मात्रा ले कर घोल बनाएं। इस बात का ध्यान रखें कि हाइड्रोजन पैराऑक्साइड की मात्रा 3% से ज्यादा ना हो नहीं तो घातक हो सकता है। अब इसकी कुछ बूंद कानों में डालें और कान में अच्छी तरह से चली जाने दें। उसके बाद कान को पलटें और बाकी का बचा घोल बाहर निकाल दें।
गरम पानी : पानी को हल्का-सा गुनगुना करें और रूई की सहायता से कान के अंदर डालें। कुछ समय तक कान को ऐसे ही रहने दें और कुछ सेकंड बाद कान से उलटकर पानी को बाहर निकाल दें। यह कान की सफाई का सबसे आसान तरीका है।
बादाम का तेल : कान की खोंट साफ करने का यह सबसे पुराना तरीका है। कान में एक या दो बूंद बादाम का तेल डालकर सिर को उसी दिशा में मोड़कर रखें। पांच मिनट तक इसी अवस्था में रहने से खोंट मुलायम हो जाएगी और आराम से बाहर निकल जाएगी।
नमक : पिसे हुए सांभर नमक को थोड़े से पानी में मिलाकर इसकी थोड़ी सी बूंदें कान में डाल लें। 15 मिनट के बाद गुनगुने पानी में आधा ग्राम मीठा सोड़ा मिलाकर कान में पिचकारी से डालें। इससे मैल साफ हो जायेगा और फिर कान को रूई के फाये से साफ कर लें।
रीठा : रीठे के पानी को किसी छोटी सी पिचकारी या सिरिंज (वह चीज जिससे कि कान के पास ले जाकर दवाई को सुरक्षित रूप से छोड़ा जा सके) में भरकर कान में डाल दें। इससे कान के अन्दर मैल या और कुछ होगा वह मुलायम हो जायेगा फिर किसी रूई की मदद से इसे निकाल लें।
गिलोती : गिलोती को पानी के साथ पीसकर हल्का-सा गर्म करके कान में डालने से कान का मैल और कान में अगर कुछ और चीज है तो वह बाहर निकल जाती है।