पान के पत्ते से यूरिक एसिड नहीं बनेगी पथरी, जानें कैसे करे इसका इस्तेमाल
यूरिक एसिड ऐसी बीमारी है कि अगर एक बार किसी को हो जाए तो आगे कुछ न कुछ परेशानी लग रहती है. कई लोगों को पता भी नहीं होगा कि बॉडी में जब यूरिक एसिड बढ़ जाता है तो पथरी बनने की आशंका भी हो जाती है. हालांकि, आपको घबराने की जरूरत नहीं है कि क्योंकि ऐसी गंभीर स्थिति आने से पहले आप एक पत्ते के उपयोग से यूरिक एसिड कम कर सकते हैं. इस पत्ते का नाम पान का पत्ता है. तो आइए जानने का प्रयास करते हैं कि यह पान का पत्ता कैसे यूरिक एसिड होने पर पथरी होने का खतरा कम करता है.
पान के पत्ते से यूरिक एसिड नहीं बनेगी पथरी, जानें कैसे
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक रिसर्च हुई है, जिसमें शोधकर्ताओं ने चूहों पर रिसर्च किया है. इसके माध्यम से वह यह जानना चाहते थे कि क्या पान के पत्ते चूहों में यूरिक एसिड लेवल को कम कर सकते हैं. नर सफेद चूहों को पान के पत्तों का रस दिया, जिससे उनका यूरिक एसिड कम हुआ.
पान के रस से कम होगा यूरिक एसिड
शोध में पाया गया है कि जिन चूहों को पान के पत्तों का रस दिया गया था, उनका यूरिक एसिड लेवल 8.09mg/dl से घटकर 2.02mg/dl हो गया था. यानी मनुष्य के लिए पान के पत्तों का रस काफी उपयोगी है.
पाना के पत्तों में होते हैं ये गुण
बता दें कि पान के एक पत्ते में लगभग 85-90 फीसद पानी होता है. यानी जिसका साफ मतलब है कि इसमें नमी की मात्रा अधिक होती है और कैलोरी की मात्रा कम होती है. इन पत्तों में वसा की मात्रा भी कम होती है और अच्छी मात्रा में प्रोटीन होता है. साथ ही इसमें आयोडीन, पोटेशियम, विटामिन ए, विटामिन बी जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं.