टौणीदेवी स्कूल की शीतल ने राष्ट्रीय निबंध प्रतियोगिता में फस्र्ट

टौणीदेवी। स्वर्ण जयंती राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (उत्कृष्ट) टौणीदेवी की कक्षा 12वीं में पढऩे वाली छात्रा शीतल ने राष्ट्रीय होटल प्रबंधन परिषद और पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के तहत भारत में आतिथ्य शिक्षा और आतिथ्य प्रबंधन के क्षेत्र में कैरियर निर्माण में एनसीएचएम और सीटी के तहत आईएचएम की भूमिका विषय पर पूरे भारत में …

Update: 2024-02-04 04:44 GMT

टौणीदेवी। स्वर्ण जयंती राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (उत्कृष्ट) टौणीदेवी की कक्षा 12वीं में पढऩे वाली छात्रा शीतल ने राष्ट्रीय होटल प्रबंधन परिषद और पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार के तहत भारत में आतिथ्य शिक्षा और आतिथ्य प्रबंधन के क्षेत्र में कैरियर निर्माण में एनसीएचएम और सीटी के तहत आईएचएम की भूमिका विषय पर पूरे भारत में प्रथम स्थान हासिल कर न केवल पाठशाला का अपितु जिला हमीरपुर के साथ-साथ पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। इसके साथ ही कक्षा 12वीं के दिशांत डोगरा को भी सांत्वना पुरस्कार हासिल हुआ है। जानकारी देते हुए स्थानीय स्कूल प्रधानाचार्य रजनीश रांगड़ा ने बताया कि कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए आयोजित इस परीक्षा में टूरिज्म के अध्यापक संदीप ठाकुर के मार्गदर्शन में स्कूल के छह छात्रों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया था, जिसके मूल्यांकन के लिए पूरे देश में पांच जोन बनाए गए थे। इसमें प्रथम तीन स्थान पर रहने वाले छात्रों का केंद्रीय मूल्यांकन दिल्ली में किया गया। अब छत्रैल गांव के मुकेश और रीना देवी की बेटी को 10 फरवरी को नोएडा में एक लाख रूपए और स्वर्ण पट्टिका और दिशांत को 10 हजार का ईनाम, जबकि पाठशाला को भी ट्राफी एवं स्वर्ण पट्टिका से स मानित किया जाएगा।

इसके साथ ही पुरस्कार विजेताओं और स्कूल प्रतिनिधियों को दिल्ली दर्शन एवं ताज महल और बुलंद दरवाजा भी दिखाया जाएगा। शनिवार को इस प्रतियोगिता का परिणाम एवं कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र लेकर आईएचएम हमीरपुर के विभाग प्रमुख पुनीत बंटा स्वंय पाठशाला पहुंचे। उन्होंने इस अवसर पर सबको बधाई देते हुए कहा कि अब गए वह जमाने जब बच्चे सिर्फ एक तरह के कोर्स करते थे। बदलते वक्त के साथ आज की युवा पीढ़ी पारंपरिक करिअर के विकल्पों से हट कर अपनी रुचि के अनुसार कुछ नया करना चाहती है उन्हें तलाश होती है। एक ऐसे करिअर ऑप्शन की जहां रुचि अनुसार काम, कार्य संतुष्टि, अच्छी आमदनी और आगे बढऩे के भरपूर मौके भी मिलें। ऐसा ही एक विकल्प है हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री जिसके बिना पर्यटन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने खुशी जताते हुए कहा कि पाठशाला के प्रयासों से हमारे प्रदेश की बेटी ने हम सब का मान बढ़ाया है और इससे दूसरे बच्चे प्रेरणा लेंगे।

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