परफ्यूम कंपनी के गोदाम से भरे तैयार-कच्चे माल के सैंपल

बीबीएन। सेंट्रल फोरेंसिंक साइंस लैब (सीएफएसएल) चंड़ीगढ के विशेषज्ञ लगातार दूसरे दिन परफ्यूम निर्माता फैक्टरी में आग लगने के कारणों की पड़ताल में जुटे रहे। सीएफएसएल की पांच सदस्यीय टीम ने फैक्टरी परिसर के भीतर से भी सैंपल जांच के लिए कब्जे में लिए है। इसके अलावा कंपनी के दो गोदामों से भी छानबीन के दौरान …

Update: 2024-02-08 03:58 GMT

बीबीएन। सेंट्रल फोरेंसिंक साइंस लैब (सीएफएसएल) चंड़ीगढ के विशेषज्ञ लगातार दूसरे दिन परफ्यूम निर्माता फैक्टरी में आग लगने के कारणों की पड़ताल में जुटे रहे। सीएफएसएल की पांच सदस्यीय टीम ने फैक्टरी परिसर के भीतर से भी सैंपल जांच के लिए कब्जे में लिए है। इसके अलावा कंपनी के दो गोदामों से भी छानबीन के दौरान बरामद हुए तैयार माल व कच्चे माल के सैंपल जांच के लिए जुटाए है। फोरेंसिक विशेषज्ञ जुटाए गए सैंपलों के जरिए यह जानने का प्रयास कर रहे है कि कंपनी में ऐसे कौन से केमिकल का इस्तेमाल किया जा रहा था, जिससे इस तरह की भीष्ण आगजनी की घटना घटी । बता दें कि एसआईटी ने कंपनी के दो गोदाम भी खंगाले है, जिनमें करोड़ों की कीमत का तैयार माल और केमिकल की खेप बरामद हुई है। दोनों ही गोदामों से बरामद किए केमिकल व तैयार परफ्यूम के सैंपल भी जांच के लिए जुटाए है। जंाच में सामने आया है कि कंपनी परफ्यूम बनाने के अलावा ट्रेडिंग का भी काम कर रही थी।

कंपनी का पिछले वर्ष 80 करोड़ से ज्यादा का टर्न ओवर था जो कि हर साल बढ़ रहा था। यहां उल्लेखनीय है कि फैक्टरी में सीएफएसएल की चल रही जांच की वजह से घटना के छठे दिन भी सर्च आपरेशन रुका रहा। हालांकि फैक्टरी की तीन मंजिल तक खोजबीन की जा चुकी है, चौथी मंजिल पर गिरे मलबे की तलाशी की जा जाएगी। अनसेफ इमारत में सर्च आपरेशन चलाना सं ाव नहीं है। उधर, एसआईटी ने एनआर अरोमा के फरार चल रहे तीन निदेशकों की धर पकड़ के लिए कई संभावित ठिकानों पर दबिश दी है लेकिन अभी तक इनका कोई अता पता नहीं चल पाया है। एसपी बद्दी इल्मा अफरोज ने बताया कि फोरेंसिक एक्सपर्ट की छानबीन दूसरे दिन भी जारी रही , सीएफएसएल की टीम ने जरूरी साक्ष्य जुटाए है। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की शुरुआती पड़ताल में औद्योगिक सुरक्षा के कार्यान्वयन में नियामक खामियां उजागर होने की बात सामने आई है। इसी कड़ी में उपायुक्त सोलन को विशेषज्ञ की मदद से अग्रिकांड की विस्तृत जांच करने और 15 दिन के भीतर एक रिपोर्ट सौंपने को कहा है। इसके अलावा भविष्य में ऐसी घटना न हो इस संदर्भ में पुलिस महानिदेशक, श्रम आयुक्त, निदेशक उद्योग, सोलन, सिरमौर और ऊना के उपायुक्तों और एसपी सहित विभिन्न अधिकारियों को एक पत्र भेज कर सुरक्षा पहलुओं पर गौर करने को कहा गया है।

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