एक बार फिर सस्ता हुआ सोना, खरीदने का शानदार मौका...जानिए आज का रेट
त्योहारी सीजन शुरू होते ही मोदी सरकार एक बार फिर आपको सस्ता सोना खरीदने का मौका दे रही है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| त्योहारी सीजन शुरू होते ही मोदी सरकार एक बार फिर आपको सस्ता सोना खरीदने (Gold News) का मौका दे रही है. जी हां सरकार की 'सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना' (Sovereign Gold Bond) के तहत 9 नवंबर यानी सोमवार से इसकी खरीदारी की जा सकेगी. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना' 2020-21 (Gold Bond News) की आठवीं सीरीज के तहत आप 9 नवंबर से 13 नवंबर तक इस योजना में निवेश कर सकते हैं. बताते चलें की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत आपको फिजिकल रूप में सोना नहीं मिलता.
Sovereign Gold Bond की अगली किस्त के लिये 5,177 रुपये प्रति ग्राम का भाव तय किया गया है. रिजर्व बैंक की तरफ से यह जानकारी दी गई है. RBI ने कहा, 'सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के लिये इंडियन बुलियन एण्ड जूलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (IBJA) द्वारा 999 शुद्धता के सोने के प्रकाशित सामान्य औसत बंद भाव पर आधारित है. इसके तहत दाम 5,177 रुपये प्रति ग्राम तय हुआ है.
रिजर्व बैंक ने कहा है कि सरकार ने केंद्रीय बैंक के साथ विचार विमर्श के बाद यह तय किया है कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (SGB) के लिये ऑनलाइन आवेदन करने वाले निवेशकों को बांड की तय कीमत पर प्रति ग्राम 50 रुपये की छूट दी जायेगी. ऐसे निवेशकों को आवेदन के साथ भुगतान भी डिजिटल तरीके से ही करना होगा. रिजर्व बैंक ने कहा कि ऑनलाइन आवेदन करने वाले निवेशकों के लिये स्वर्ण बांड का निर्गम मूल्य 5,127 रुपये प्रति ग्राम होगा
ये बॉन्ड आठ साल की अवधि के लिये जारी किये जाते हैं और पांच साल के बाद इससे बाहर निकलने का विकल्प भी होता है. आवेदन कम से कम एक ग्राम और उसके गुणक में जारी किये जाते हैं. व्यक्तिगत निवेशक न्यूनतम एक ग्राम और अधिकतम चार किलो तक के लिए निवेश कर सकता है. हिन्दू अविभाजित परिवार के लिये चार किलो और ट्रस्ट आदि के लिये किसी एक वित्त वर्ष में अधिकतम 20 किलो तक निवेश की अनुमति है.
क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (What Is Sovereign Gold Bond?)
गोल्ड बॉन्ड 1 ग्राम सोना के गुणक में लिया जा सकता है. इसकी अवधि 8 वर्ष है और पांच साल के बाद इसमें बाहर निकलने का विकल्प भी है. गोल्ड बॉन्ड (Gold Bond) में न्यूनतम एक ग्राम सोना का निवेश किया जा सकता है और आम आदमी के लिए अधिकतम निवेश की सीमा चार किलोग्राम है. वहीं, हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ) के लिए चार किलोग्राम और ट्रस्ट के लिए यह सीमा 20 किलोग्राम है.
इस योजना में गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) में निवेशक को फिजिकल रूप में सोना नहीं मिलता. यह फिजिकल गोल्ड की तुलना में अधिक सुरक्षित है. जहां तक शुद्धता की बात है तो इलेक्ट्रॉनिक रूप में होने के कारण इसकी शुद्धता पर भी कोई संदेह नहीं किया जा सकता. साथ ही यह गोल्ड बॉन्ड टैक्स फ्री भी होता है.
कहां और कैसे मिलेगा
सॉवरेज गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने के लिए आपके पास PAN होना जरूरी है. इसे आप सभी कमर्शियल बैंक (RRB, छोटे फाइनेंस बैंक, पेमेंट बैंक को छोड़कर), डाकघर, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (NSE), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) या सीधे एजेंट्स के जरिए आवेदन कर सकते हैं.