किन करणों से इंदिरा गांधी की सरकार नेKishore Kumar के गानों पर लगा दिया था बैन, जानें वजह
25 जून 1975 को इस देश का सबसे काला दिन माना जाता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | 25 जून 1975 को इस देश का सबसे काला दिन माना जाता है। इसी दिन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा की थी। देश में 21 महीने तक इमरजेंसी लगी थी जिसके तहत समस्त नागरिक अधिकारों को सस्पेंड कर दिया गया। प्रेस पर सेंसरशिप लागू हो गई अखबारों में वही छपता जो सरकार चाहती थी। रही बात रेडियो कि तो वो पहले से ही सरकार के अधिकार क्षेत्र में थे। सरकार की इन नितियों को जो विरोध करता उसे जेल में डाल दिया जाता। बॉलीवुड भी इससे अछुता नहीं था, ऐसे में सरकार की मनमानी का विरोध करने वालों की लिस्ट में एक नाम सिंगर-एक्टर किशोर कुमार का भी था और इन्हें इसकी कीमत भी चुकानी पड़ी थी।
कांग्रेस सरकार चाहती थी किशोर कुमार करें नितियों का बखान
दरअसल, आपातकाल के दौरान कांग्रेस सरकार चाहती थी कि सरकारी योजनाओं की जानकारी किशोर कुमार अपनी आवाज में गाना गाकर दें। कांग्रेस एक ऐसे आवाज की जरूरत थी जो उसकी बात आम जनता तक पहुंचा सके। उन दिनों किशोर कुमार काफी पॉपुलर थे। इसके लिए उन्होंने किशोर कुमार से संपर्क किया।
ये सुनकर भड़क गए किशोर कुमार
इंदिरा गांधी सरकार में सूचना प्रसारण मंत्री वीसी शुक्ला ने किशोर कुमार के पास संदेशा भिजवाया कि वो इंदिरा गांधी के लिए गीत गाएं जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक सरकार की आवाज पहुंचे लेकिन किशोर कुमार ने गाना गाने से मना कर दिया। किशोर कुमार ने संदेश देने वाले से पूछा कि उन्हें ये गाना क्यों गाना चाहिए तो उसने कहा, क्योंकि वीसी शुक्ला ने ये आदेश दिया है।
सरकार ने किशोर कुमार पर लगा दिया था बैन
आदेश देने की बात सुनकर किशोर कुमार भड़क गए और उन्होंने उसे डांटते हुए मना कर दिया। यह बात कांग्रेस को इस कदर नागवार गुजरी कि उन्होंने किशोर कुमार के गाने ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन पर बैन कर दिए। यह बैन 3 मई 1976 से लेकर आपातकाल खत्म होने तक जारी रहा।