एक्टर दिलीप कुमार को क्यों कहा जाता था 'ट्रेजेडी किंग'...सामने आई वजह
भारतीय सिनेमा के दिग्गज कलाकार दिलीप कुमार का 98 साल की उम्र में निधन हो गया है. दिलीप कुमार लंबे समय से बीमार चल रहे थे.
भारतीय सिनेमा के दिग्गज कलाकार दिलीप कुमार का 98 साल की उम्र में निधन हो गया है. दिलीप कुमार लंबे समय से बीमार चल रहे थे. दिलीप कुमार का चले जाना भारतीय सिनेमा के लिए बड़ी क्षति है. अब उनके फैंस से लेकर भारतीय फिल्मी जगत के लोग उन्हें सोशल मीडिया के जरिए याद कर रहे हैं और श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं.
दिलीप कुमार ने भारतीय सिनेमा को कई फिल्में दी हैं और उनकी खास फिल्मों की वजह से उन्हें ट्रेजडी किंग भी कहा जाता है. आपने भी कई बार मीडिया रिपोर्ट्स में देखा होगा कि दिलीप कुमार के आगे ट्रेजेडी किंग लिखा जाता है. ऐसे में जानते हैं कि आखिर दिलीप कुमार को ट्रेजेडी किंग क्यों कहा जा रहा है….
ट्रेजेडी किंग बनने की कहानी
दरअसल, दिलीप कुमार के अपने करियर में एक वक्त ऐसा आया जब उन्होंने कई फिल्मों में गंभीर रोल निभाए. इसके बाद वे ट्रेजेडी किंग के नाम से मशहूर हुए. इस दौरान उन्होंने ट्रैजिक किरदार निभाए थे और इसकी वजह से ना सिर्फ उनका ये नाम पड़ा, बल्कि कहा जाता है कि इन गंभीर रोल के चलते उन्हें डिप्रेशन की दिक्कत भी हुई थी और उसका इलाज चला था. फिर उन्होंने हल्के-फुल्के किरदारों के साथ वापसी की और खास बात ये रही कि लोगों को उनका ये अंदाज भी काफी पसंद आया.
अगर उनके ट्रेजिक किरदारों की बात करें उन्होंने 1950 में आई फिल्म बाबुल में एक अमीर आदमी का किरदार निभाया था. इसके साथ ही फिल्म दाग, मुगल-ए-आजम,दीदार, तराना, देवदास, नया दौर, ज्वार भाटा, मधुमति जैसी कई फिल्में आईं, जिन्होंने दिलीप कुमार को ट्रेजेडी किंग का नाम दिला दिया. इन फिल्मों में देवदास और मुगल-ए-आजम काफी चर्चा में रही.
दिलीप कुमार के करियर की बेस्ट फिल्म
अगर दिलीप कुमार के करियर की बेहतरीन फिल्मों की लिस्ट बनाई जाए तो ये लिस्ट काफी लंबी हो सकती है. लेकिन, अगर सिर्फ 5 बेस्ट फिल्मों की बात हो तो उसमें मुगल-ए-आजम, नया दौर, देवदास, राम और श्याम, गंगा जमुना का नाम जरूर शामिल होगा. उन फिल्मों को सिर्फ फैंस ने नहीं, बल्कि कई क्रिटिक्स ने भी सहारा. आज भी इन फिल्मों को लोग देखना पसंद करते हैं.