संजय दत्त बॉलीवुड के एक ऐसे अभिनेता हैं जिन्होंने अपने फिल्मी करियर में तो खूब नाम कमाया लेकिन पर्सनल लाइफ में काफी उतार चढ़ाव देखे. इन्हीं में से एक उनका सबसे मुश्किल दौर रहा जब उन्हें अपने कैंसर से पीड़ित होने का पता चला. अब पहली बार उन्होंने खुलकर बताया है कि उन दिनों वह कैसा महसूस कर रहे थे.
अभिनेता संजय दत्त इन दिनों अपनी हालिया रिलीज फिल्म केजीएफ 2 में अपने अधीरा के रोल को लेकर खूब तारीफें बटोर रहे हैं. ऐसे में एक इंटरव्यू के दौरान बातचीत में उन्होंने अपने कैंसर फेज के बारे में भी बातें साझा कीं. उन्होंने बताया कि कैंसर का पता चलने पर वह घंटों तक फूट-फूटकर रोए थे. उन्होंने कहा, 'लॉकडाउन का समय था. सीढ़ियां चढ़ते हुए मुझे सांस लेने में परेशानी होने लगी. जब मैं नहाया तो भी मुझसे सांस नहीं ली जा रही थी. मुझे पता था कि क्या हो रहा है, इसलिए मैंने अपने डॉक्टर को कॉल किया. इसके बाद मेरे एक्स-रे हुए तो पता चला कि मेरे आधे से ज्यादा फेफड़ों में पानी भर गया है. डॉक्टरों को ये पानी निकालना था और उनका मानना था कि ये टीबी हो सकता है, लेकिन वो कैंसर निकला'. उन्होंने बताया, 'ये बात कैसे बताई जाए ये एक बड़ा मुद्दा था. उस समय मेरी बहन आई थी, तो मैंने उससे कहा कि मुझे कैंसर हो गया है, अब क्या करें? इसके बाद सबने बात की कि क्या किया जा सकता है, लेकिन मैं अपने बच्चों, पत्नी और जिंदगी के बारे में सोच कर दो-तीन घंटों तक खूब रोया. उसके बाद मुझे लगा कि नहीं मैं कमजोर नहीं पड़ सकता. सबसे पहले हमने इलाज के लिए यूएस जाने का सोचा, लेकिन वीजा नहीं मिला. फिर मैंने कहा कि मैं यहीं इलाज कराऊंगा'.
उन्होंने यह भी बताया कि दुबई में वह कीमोथेरेपी के लिए जाते थे और फिर बैडमिंटन कोर्ट जाकर दो-तीन घंटे खेला करते थे. उनके मुताबिक, यह पागलपन था लेकिन वह ऐसा किया करते थे. बताते चलें कि संजय अब पूरी तरह स्वस्थ हैं और अपने रूटीन में वापस ढल रहे हैं. अपने कैंसर जर्नी का उन्होंने जिस तरह डटकर सामना किया वह उनके फैंस के लिए भी एक प्रेरणा है.