जब लता मंगेशकर ने पाकिस्तानी सिंगर नूरजहां के सामने गाया था गाना, तब मिली थी ये सलाह
स्वर कोकिला लता मंगेशकर आज हम लोगों के बीच नहीं हैं। उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। लेकिन ये सच्चाई कभी कोई नहीं बदल सकता कि लता मंगेशकर संगीत की दूसरी परिभाषा हैं। उ
स्वर कोकिला लता मंगेशकर आज हम लोगों के बीच नहीं हैं। उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। लेकिन ये सच्चाई कभी कोई नहीं बदल सकता कि लता मंगेशकर संगीत की दूसरी परिभाषा हैं। उनके गाने पहले भी लोगों की जुबां पर चढ़े रहते थे और आने वाले वक्त में भी हर कोई स्वर कोकिला के गानों पर प्यार लुटाता हुआ नजर आएगा। लता मंगेशकर के लाखों फैन हैं लेकिन खुद लता मंगेशकर पाकिस्तान की शानदार सिंगर नूरजहां की फैन थीं।
नूरजहां को मलिका-ए-तरन्नुम के रूप में जाना जाता था। वह अपने समय की सबसे बड़ी महिला गायिका थीं। लता मंगेशकर को छोटी उम्र में ही नूरजहां से मुलाकात का मौका मिला था। स्वर कोकिला ने अपने एक इंटरव्यू में नूरजहां संग अपनी मुलाकात के बारे में भी बताया था। इस दौरान लता मंगेशकर ने नूरजहां के सामने गाना गाया था और नूरजहां ने लता जी को एक सलाह भी दी थी।
लता मंगेशकर ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि नूरजहां संग उनकी पहली मुलाकात महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक फिल्म के सेट पर हुई थी। लता मंगेशकर ने बताया था कि वह पहली बार महाराष्ट्र के कोल्हापुर में फिल्म 'बड़ी मां' के सेट पर नूरजहां से मिली थीं। लता जी प्रफुल्ल पिक्चर में काम करती थीं। स्वर कोकिला ने कहा था, 'मैं एक कलाकार के रूप में फिल्म में काम कर रही थी। इस फिल्म में नूरजहां मुख्य अभिनेत्री थीं। फिल्म की शूटिंग कोल्हापुर में हुई थी।'
लता मंगेशकर ने आगे कहा था, 'उस वक्त निर्माता ने मुझे नूरजहां से मिलवाने के लिए बुलाया था। तब उन्होंने मुझे एक गीत गाने के लिए कहा था और मैंने गाना गाया। इस दौरान उन्हें मेरी आवाज पसंद आई थी। लेकिन उन्होंने मुझसे कहा था कि और कोशिश करो, तुम क्लासिकल का रियाज करो। यह बात साल 1944 की है।'
इसी इंटरव्य में लता मंगेशकर ने उस घटना का भी जिक्र किया, जब नूरजहां नमाज पढ़ते-पढ़ते रो पड़ी थीं। लता जी ने कहा था, 'एक दिन वो नमाज पढ़ रही थीं और मैं सामने बैठी थी। मैं उन्हें ध्यान से देख रही थी क्योंकि वो मेरे लिए नया था। उस वक्त वह रोने लग गई थीं। तब मैंने उनसे पूछा कि आप भगवान के सामने क्यों रो रही थीं। उन्होंने मुझे बताया कि कुछ गलती होने पर माफी मांगनी चाहिए। तब मैं उनकी बात पर सिर्फ हां-हां में जवाब दे रही थीं।' इस दौरान लता जी ने ये भी बताया कि उन्हेें नूरजहां के साथ काम करने का कभी मौका नहीं मिला। क्योंकि वह पाकिस्तान चली गई थीं।
इस इंटरव्यू में आगे लता मंगेशकर ने ये भी बताया था कि जब नूरजहां पाकिस्तान चली गई थीं उसके बाद दोनों की कभी मुलाकात नहीं हुई। लेकिन नूरजहां के बेटे चाहते थे कि उनकी मां के साथ लता मंगेशकर का एक शो हो। लेकिन ये भी नहीं हो पाया था।