नई दिल्ली: आमिर खान की फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' 11 अगस्त को रिलीज के लिए तैयार है. फिल्म के प्रोमोशन के सिलसिले में आमिर हाल ही में एक इंटरेक्शन कर रहे थे और बातचीत करते हुए इमोशनल हो गए. एक नए इंटरव्यू में आमिर इस बारे में बात कर रहे थे कि बचपन के दिनों में उनके घर पर हालात कैसे थे.
आमिर ने बताया कि वो और उनके बाकी भाई-बहन हमेशा स्कूल की फीस भरने में लेट हो जाया करते थे. उन्होंने बताया कि इसकी वजह से उन्हें जो झेलना पड़ता था वो हमेशा याद रहता है.
आमिर ने ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे से बात करते हुए अपने बचपन के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि उनका परिवार कर्जे में था और आठ साल तक उन्हें एक बुरा दौर देखना पड़ा. आमिर ने बताया, उनके स्कूल के दिनों में क्लास की फीस कुछ इस तरह हुआ करती थी- छठी क्लास के लिए 6 रुपये, सातवीं क्लास के लिए 7 रुपये, आठवीं के लिए 8 रुपये और इसी तरह.
आमिर ने बताया कि वो और उनके बाकी भाई बहन 'हमेशा फीस भरने में लेट हो जाया करते थे.' पहले उन्हें एक-दो बार इस जमा कराने की वार्निंग दी जाती और फिर स्कूल की असेम्बली में, पूरे स्कूल के सामने उनका नाम अनाउंस किया जाता. ये बात करते हुए आमिर की आंखों में आंसू आ गए.
आमिर के पिता ताहिर हुसैन और मां जीनत हुसैन फिल्म प्रोड्यूसर थे. वो पहले भी कई बार बता चुके हैं कि कैसे उनके पिता ने जिन फिल्मों में पैसे लगाए वो चली नहीं और इसके कारण उनपर बहुत कर्जा हो गया. आमिर अपने चार भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं. उनके एक भाई फैजल खान और दो बहनें- फरहत खान, निकहत खान हैं.
बचपन में आमिर फिल्म 'यादों की बारात' (1973) में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट नजर आए थे. लीडिंग हीरो के रोल में वो पहली बार 'कयामत से कयामत तक' में नजर आए. फिल्म में उनके साथ जूही चावला थीं. अब वो जल्द ही 'लाल सिंह चड्ढा' में नजर आने वाले हैं जिसमें उनके साथ करीना कपूर, मोना सिंह और नागा चैतन्य भी हैं.