Shraddha कपूर और अपारशक्ति खुराना को लेकर ये क्या बोल गए अभिषेक

Update: 2024-08-24 10:24 GMT

Mumbai मुंबई : 15 अगस्त के मौके पर रिलीज हुई श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव स्टारर 'स्त्री 2' का क्रेज लोगों में देखने को मिल रहा है। हालांकि, फिल्म की सफलता से मेकर्स और स्टार कास्ट अपनी खुशी को रोक नहीं पा रहे हैं। हाल ही में अभिषेक बनर्जी ने 'स्त्री 2' के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि वह 'स्त्री 2' की सफलता से काफी खुश हैं। इसके साथ ही उन्होंने फिल्म में अपने किरदार 'जाना' को लोगों से मिल रहे प्यार के लिए लोगों का शुक्रिया अदा किया।'स्त्री के भाई' के नाम से लोगों के बीच मशहूर जाना यानी अभिषेक बनर्जी इससे पहले कास्टिंग डायरेक्टर के तौर पर भी काम कर चुके हैं। अभिषेक ने बताया कि फिल्म के डायरेक्टर ने उनसे कहा कि वह मैडॉक फिल्म्स के बैनर तले बनने वाली चारों हॉरर कॉमेडी फिल्मों में एक कॉमन रोल निभाएंगे। इसमें 'स्त्री', 'स्त्री 2', 'भेड़िया' और 'मुंज्या' के नाम शामिल हैं। अभिषेक ने कहा कि मैं इस फ्रेंचाइजी का हिस्सा बनना एक उपलब्धि मानता हूं, मुझे यकीन ही नहीं हो रहा है। कम स्क्रीन टाइम पर अपनी राय जाहिर कीअभिषेक ने आगे कहा, "मैं इस फिल्म के बारे में कहानियां सुन रहा हूं कि कैसे लोग थिएटर में ताली बजा रहे हैं और सीन में सीटी बजा रहे हैं। मैंने लोगों को नाचते हुए भी सुना है। मेरे करियर का यह हिस्सा मुझे असल जिंदगी से अलग लगता है।" हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान अभिषेक से फिल्म में श्रद्धा कपूर और अपारशक्ति खुराना के कम स्क्रीन स्पेस के बारे में भी पूछा गया। इस पर एक्टर ने कहा, "मुझे ऐसा कुछ नहीं लगा, लेकिन अगर दर्शक इस तरह की बात कर रहे हैं तो यह उनका प्यार है, इससे एक्टर्स के काम का पता चलता है। लोग उन्हें ज्यादा देखना चाहते हैं, इसका मतलब है कि वे लालची हैं।

पिता फिल्मों को लेकर करते थे शिकायत अपने पिता की पुरानी बातें याद करते हुए अभिषेक ने कहा, "मेरे पिता हमेशा शिकायत करते थे कि उन्हें आजकल की फिल्में पसंद नहीं आती हैं, क्योंकि वे पुरानी फिल्मों जैसी नहीं होती हैं। अब लोग सिनेमा हॉल में ताली या सीटी नहीं बजाते हैं। पहले दर्शक से लेकर मीडिया तक सभी फिल्म का जश्न मनाते थे। टिकट के लिए लोगों की लंबी कतार लगती थी।" अभिषेक के पिता ने उनसे पूछा था, "आखिरी बार कब देखा था? जिस तरह से लोग फिल्म देखते थे, ऐसा लगता था जैसे कोई फ्री में फिल्म दिखा रहा हो। अब आप किस तरह की फिल्में बनाते हैं? पहले जैसे ही बच्चन स्क्रीन पर आते थे, लोग सीटियां बजाने लगते थे, तालियों की आवाजें आती थीं, लेकिन अब ऐसा नहीं होता।" पिछले साल शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' और 'जवान' में मैंने ऐसा देखा था, लेकिन इस साल 'स्त्री 2' के लिए भी दर्शकों की यही प्रतिक्रिया रही।


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