इन किरदारों से विवेक ने बॉलीवुड में बनाई अपनी पहचान, दी है एक से बढ़कर एक फ़िल्में
राम गोपाल वर्मा की फिल्म 'कंपनी' से बॉलीवुड में एंट्री करने वाले विवेक ओबेरॉय का करियर एक समय चरम पर था। उनकी गिनती उभरते सितारों में होती थी, जिनके सामने उड़ने के लिए पूरा आसमान खुला है, लेकिन अपनी निजी जिंदगी के कारण विवेक इतनी ऊंचाइयों तक पहुंचने से चूक गए। हालाँकि, उन्होंने फिर भी अभिनय क्षमता का प्रदर्शन जारी रखा। रोमांस, फैमिली ड्रामा, कॉमेडी, एक्शन, विवेक ने लगभग हर शैली में यादगार किरदार निभाए। 3 सितंबर को उनके जन्मदिन के खास मौके पर आइए उनके कुछ बेहतरीन किरदारों को याद करते हैं।
चंदू (कंपनी)
साल 2002 में रिलीज हुई राम गोपाल वर्मा की फिल्म 'कंपनी' विवेक ओबेरॉय की बॉलीवुड में पहली फिल्म थी। विवेक ने अपनी पहली फिल्म में चंदू के किरदार से अभिनय की शुरुआत की थी। उनकी एक्टिंग से हर कोई प्रभावित था और सभी का मानना था कि विवेक बॉलीवुड का एक उभरता हुआ चेहरा हैं। इस फिल्म में अपने अभिनय के लिए अभिनेता ने सर्वश्रेष्ठ पुरुष नवोदित अभिनेता और सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता।
,आदित्य (साथिया)
कंपनी 2002 में रिलीज़ हुई और उसी वर्ष, विवेक ने रोमांटिक-ड्रामा साथिया में अभिनय करके अपनी बहुमुखी प्रतिभा साबित की। रानी मुखर्जी के साथ उनकी जोड़ी को दर्शकों ने खूब पसंद किया। लोगों को उनका गुड लुक्स और चॉकलेट बॉय स्टाइल काफी पसंद आया। ये विवेक की सबसे बेहतरीन फिल्मों में से एक थी। वहीं इस फिल्म के लिए विवेक को फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में बेस्ट एक्टर का नॉमिनेशन भी मिला। आज भी 'साथिया' की एक अलग फैन फॉलोइंग है।
युवा
युवा मणिरत्नम द्वारा निर्देशित एक राजनीतिक थ्रिलर फिल्म थी, जो साल 2004 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में विवेक ओबेरॉय ने अर्जुन बालचंद्रन की भूमिका निभाई थी। यह फिल्म स्नातक छात्रों के राजनीति में प्रवेश और चुनावों के इर्द-गिर्द घूमती है। ओबेरॉय ने अभिषेक बच्चन, अजय देवगन, रानी मुखर्जी, ईशा देओल, करीना कपूर खान के साथ स्क्रीन शेयर की थी। इतने बड़े एक्टर्स होने के बावजूद विवेक ने अपनी एक्टिंग से सभी का दिल जीत लिया था ।IMDb पर इस फिल्म की रेटिंग 7.4 है।
मीत (मस्ती )
निर्देशक इंद्र कुमार की 2004 की फिल्म मस्ती इस फ्रेंचाइजी की पहली फिल्म है। यह तीन विवाहित पुरुषों की कहानी है जिनका किरदार विवेक ओबेरॉय, आफताब शिवदासानी और रितेश देशमुख ने निभाया है। अपने वैवाहिक जीवन से ऊबकर, तीनों जीवन में कुछ साहसिक कार्य करने के लिए निकलते हैं, लेकिन जल्द ही यह उनके लिए एक बड़ी मुसीबत बन जाती है। इस फिल्म से विवेक ने साबित कर दिया कि वह न सिर्फ गंभीर किरदार हैं बल्कि लोगों को हंसाने में भी माहिर हैं।
केसु या केशव (ओमकारा)
2006 में रिलीज़ हुई ओमकारा, विशाल भारद्वाज द्वारा निर्देशित एक एक्शन ड्रामा क्राइम फिल्म थी। इस फिल्म में विवेक ने केशव उर्फ केसु फिरंगी का किरदार निभाया था। इस फिल्म में उनकी बेहतरीन एक्टिंग का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस फिल्म के लिए उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड मिला था। यह फिल्म विलियम शेक्सपियर के नाटक ओथेलो पर आधारित थी। ओबेरॉय ने अजय देवगन और सैफ अली खान के साथ स्क्रीन शेयर की थी।
माया डोलास (शूटआउट एट लोखंडवाला)
साल 2007 में विवेक ओबेरॉय अपूर्व लाखिया की 'शूटआउट एट लोखंडवाला' में नजर आए। फिल्म में उन्होंने गैंगस्टर माया डोलास का किरदार निभाया और बेहतरीन एक्टिंग कर एक बार फिर दर्शकों के सामने खुद को साबित किया। यह स्पष्ट रूप से उनके करियर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों में से एक रहा है।
काल (कृष 3)
साल 2013 में विवेक ओबेरॉय ने 'कृष 3' में नेगेटिव रोल निभाया था। उनका किरदार काल उनके पहले निभाए सभी किरदारों से बिल्कुल अलग था। ये एक सुपर विलेन का रोल था. अभिनेता के अभिनय की सभी ने सराहना की और उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया। विवेक ओबेरॉय का एक्टिंग करियर बहुत तेजी से आगे बढ़ा। विवेक अब फिल्मों के साथ-साथ ओटीटी पर भी काफी एक्टिव हैं और कई सफल वेब सीरीज का हिस्सा रह चुके हैं।