VIDEO: अनुपम खेर ने 'गंजों' को डेडिकेट किया गाना, सुनाई अपने बाल झड़ने की दर्दभरी दास्तां

तो मैंने भी वहीं किया जो एक कंफ्यूज्ड लड़का करता है. मैंने साधु बनने का फैसला लिया.

Update: 2021-03-19 08:04 GMT

बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर(Anupam Kher) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. वह आए दिन अपने फैंस के लिए मजेदार वीडियो शेयर करते रहते हैं. कभी अपनी मां के साथ मस्ती करते हुए तो कभी पुराने किस्से सुनाते हैं. इस बार अनुपम खेर ने बताया है कि कैसे कम उम्र में उनके बाल झड़ने लगे थे. साथ ही उन्होंने गंजे लोगों के लिए गाना गाया है. जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

अनुपम खेर ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा-दुनिया भर के गंजों को समर्पित.आज से 40 साल पहले जब मैं मुंबई फ़िल्मों में अपनी क़िस्मत आजमाने आया था तो मेरे बाल झड़ रहे थे और अस्त व्यस्त थे. लोग इसे मेरी क़िस्मत कहते थे और मैं इसे अपनी खासियत कहता था. ऐसे में मैंने खुद को और जमाने को हंसाने के लिए गंजो पर ये गाना लिखा."

यहां देखिए अनुपम खेर का वीडियो:



वीडियो में अनुपम खेर गाना गाते हुए अपने फैंस से कहते हैं आप इमेजिन कीजिए कि मेरे पीछे 15-20 गंजे हैं और मेरे साथ कोरस में गाना गा रहे हैं. अनुपम खेर ने ये गाना ऐ मेरे प्यार वतन गाने की तर्ज पर बनाया है.

अनुपम खेर का यह गाना उनके फैंस को बहुत पसंद आ रहा है. वह इस वीडियो पर मजेदार कमेंट कर रहे हैं. एक यूजर ने लिखा- शानदार गाना. तो वहीं दूसरे ने लिखा-गंजापन कोई समस्या नहीं है लेकिन फिर भी कुछ लोग इसे गम्भीर समस्या बनाकर इसके वजह से मानसिक तनाव में जीते हैं. ऐसे सभी गंजों के लिए आप प्रेरणास्रोत हैं.
लगवाई कोरोना वैक्सीन
अनुपम खेर ने हाल ही में कोरोना वैक्सीन लगवाई है. उन्होंने सोशल मीडिया पर वैक्सीन लगवाते हुए वीडियो शेयर किया था और डॉक्टर्स को शुक्रिया कहा है. उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए लिखा- कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक प्राप्त की. भारत के सभी डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफ, वैज्ञानिक और भारत सरकार को इसे संभव बनाने के लिए धन्यवाद. इंडिया रॉक्स. जय हो.

शेयर किया था सबसे खराब डेट का अनुभव
अनुपम खेर ने अपने पॉडकास्ट में अपनी सबसे खराब डेट का अनुभव शेयर किया था. उन्होंने बताया कि पूरे समय हम वहीं पर थे. मैं कोई सीन क्रिएट नहीं करना चाहता था और अब मेरी गोद पर स्वीट कॉर्न चिकन सूप था, मेरी शर्ट से ग्रेवी टपक रही थी, हक्का नूडल्स मेरे सिर से लटक रहे थे. मैं बिल्कुल दुल्हे की तरह लग रहा था जिसके सिर पर सेहरे की जगह मेरा डिनर था. जो काफी अपमानजनक था. मैं चुपचाप रेस्टोरेंट से निकल गया. सदमी की वजह से मैं बिल देना भी भूल गया था.
अनुपम ने आगे कहा- मैंने साधु बनने का फैसला कर लिया था. जब मैं पैदल घर जा रहा था, मैंने अपने कानों से सूप निकाला और सोचा क्या प्यार ऐसा होता है? तो मैंने भी वहीं किया जो एक कंफ्यूज्ड लड़का करता है. मैंने साधु बनने का फैसला लिया.


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