शाहरुख खान की पठान इन दिनों सिनेमाघरों में चांदी कूट रही है। एक हफ्ते से पहले ही इस फिल्म ने देशभर में 300 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है तो वहीं वर्ल्डवाइड इस फिल्म का कलेक्शन 500 करोड़ रुपये हो चुका है। हर तरफ सिर्फ पठान ही पठान छाया हुआ है। इस फिल्म के कलेक्शन ने बाहुबली 2 और केजीएफ चैप्टर 2 को पछाड़ दिया है। शाहरुख खान के फैंस में उनकी फिल्म को दीवानगी इस कदर है कि टिकट न मिलने पर वह इसके लिए मुंहमांगी कीमत देने को तैयार बैठे हैं। वहीं कोई फैन बिहार से बंगाल पैदल फिल्म देखने के लिए पहुंच रहा है। पठान की खुमारी के बीच बायकॉट गैंग भले ही ठंडे बस्ते में चला गया है, लेकिन कंगना रणौत की आवाज दहाड़ रही है।
कंगना रणौत को पंगा क्वीन कहा जाता है, क्योंकि अभिनेत्री का इंडस्ट्री में ज्यादातर लोगों से पंगा हो चुका है। लेकिन इस कंगना रणौत से उर्फी जावेद ने पंगा ले लिया है। दरअसल कंगना रणौत ने सोशल मीडिया पर एक ट्वीट किया था, जिसके बाद उर्फी ने उसपर पलटवार किया है। दरअसल पिछले दिनों फिल्म प्रोड्यूसर प्रिया गुप्ता ने थिएटर के अंदर का एक वीडियो ट्वीट किया था। वीडियो में 'झूमे जो पठान' गाना बज रहा है और ऑडियंस फोन की लाइट को ऑन करके उसपर जमकर डांस कर रही है।
प्रिया ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा- शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण आपको पठान फिल्म की जबरदस्त सफलता के लिए बधाई। इससे पहला तो ये साबित होता है कि हिंदू और मुस्लिम दोनों ही SRK को बराबर प्यार करते हैं और दूसरा बायकॉट विवाद ने फिल्म को नुकसान नहीं बल्कि फायदा पहुंचाया है। तीसरा ये कि एरॉटिका और अच्छा म्यूजिक भी काम आया। चौथा ये कि भारत सुपर सेक्युलर है। प्रिया के इस ट्वीट पर कंगना रणौत ने पलटवार किया है।
कंगना रणौत ने प्रिया के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, बहुत अच्छा एनालिसिस है...इस देश ने सिर्फ और सिर्फ खान को ही प्यार किया है और कभी-कभी सिर्फ और सिर्फ खान को ही करते हैं। साथ ही मुस्लिम एक्ट्रेसेस को लेकर जुनून सवार है। इसलिए भारत पर नफरत और फासीवाद का आरोप लगाना बहुत गलत है... दुनिया में भारत जैसा कोई देश नहीं है'। अब कंगना के इस ट्वीट पर उर्फी जावेद भी कूद पड़ीं। उर्फी जावेद ने रिट्वीट कर लिखा- 'हे ईश्वर! ये क्या बंटवारा है, मुस्लिम एक्टर्स, हिंदू एक्टर्स। कला को धर्म के नाम पर नहीं बांटा जाता। यहां सिर्फ एक्टर्स हैं'।
अब उर्फी के इस ट्वीट के बाद कंगना कहां चुप रहने वाली थीं। उन्होंने उर्फी के इस ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा- 'हां मेरी प्यारी उर्फी ये एक आदर्श दुनिया होगी, लेकिन यह तब तक संभव नहीं है जब तक हमारे पास समान नागरिक संहिता नहीं है। जब तक यह देश संविधान में बंटेगा नहीं होगा तब तक यह विभाजित रहेगा। आइए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से साल 2024 के मेनिफेस्टो में हम सभी समान नागरिक संहिता की मांग करें। क्या हम ऐसा कर सकते है'?
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