मां डिंपल की मदद के लिए फिल्मों में आई थीं ट्विंकल खन्ना, कभी नहीं चाहती थीं हीरोईन बनना
जोरू का गुलाम जैसी फिल्मों का हिस्सा बनीं लेकिन आखिरी फिल्म के फ्लॉप होते ही उन्होंने एक्टिंग के पूरी तरह से टाटा बाय-बाय कह दिया था.
ट्विंकल खन्ना ने 1995 में बरसात से अपने करियर की शुरुआत की थी. बॉबी देओल के साथ फिल्म उनकी जोड़ी जमी और क्यूटनेस को खूब पसंद किया गया. इसके बाद ट्विंकल ने काम करना जारी रखा और अजय देवगन से लेक शाहरुख खान तक के सात स्क्रीन शेयर करती हुई दिखीं. लेकिन ट्विंकल बॉलीवुड का वो सितार बनकर नहीं चमकीं जिसकी उम्मीद हर अभिनेता-अभिनेत्री को होती है. यही वजह थी कि 6 सालों में ही ट्विंकल ने इंडस्ट्री छोड़ने का फैसला ले लिया था. लेकिन एक इंटरव्यू में ट्विंकल ने सालों बाद ये बताया कि वो कभी हीरोईन बनना ही नहीं चाहती थीं. बल्कि उन्होंने एक्टिंग को सिर्फ अपनी मां डिंपल कपाड़िया के लिए चुना था.
मां की मदद करना चाहती थीं ट्विंकल
ये हर कोई जानता है कि डिंपल कपाड़िया ने कम उम्र में ही राजेश खन्ना से शादी कर ली थी. उस वक्त राजेश खन्ना सुपरस्टार थे और हर लड़की उन पर फिदा थीं लेकिन काका का दिल उस वक्त धड़का डिंपल के लिए. लेकिन जितनी जल्दी ये शादी हुई उतनी ही जल्दी इस रिश्ते में दरार भी आनी शुरु हो गई थी. दो बेटियों ट्विंकल और रिंकी के जन्म के बाद डिंपल ने बिना तलाक लिए ही राजेश खन्ना से अलग होने का फैसला ले लिया था और इस फैसले पर वो हमेशा कायम रहीं. उन्होंने दोनों बेटियों की परवरिश खुद की. ऐसे में डिंपल हमेशा सिंगर मदर की भूमिका में रही. सालों बाद एक इंटरव्यू में ट्विंकल ने माना था कि अपनी सिंगल मदर की मदद करने के लिए ही वो एक्टिंग आई थीं.
जल्द पैसा कमाना चाहती थीं ट्विंकल
ट्विंकल खन्ना उस वक्त जल्द से जल्द ज्यादा पैसा कमाना चाहती थीं ताकि वो अपनी मां की मदद कर सके. लिहाजा उन्होंने एक्ट्रेस बनने का फैसला किया. उनके करियर का आगाज बरसात से हुआ जो सुपरहिट भी रही. इसके बाद वो जान, दिल तेरा दीवाना, इतिहास, जब प्यार किसी से होता है, जुल्मी, बादशाह,जोरू का गुलाम जैसी फिल्मों का हिस्सा बनीं लेकिन आखिरी फिल्म के फ्लॉप होते ही उन्होंने एक्टिंग के पूरी तरह से टाटा बाय-बाय कह दिया था.