दिलीप कुमार की आज 99वीं बर्थ एनिवर्सरी है, सायरा बानो ने लिखा इमोशनल खत, बोली- 'हैप्पी बर्थडे जान'
हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े स्टार दिलीप कुमार की आज 99वीं बर्थ एनिवर्सरी (Dilip Kumar 99th Birth anniversary) है. इसी साल 7 जुलाई को उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा.
हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े स्टार दिलीप कुमार की आज 99वीं बर्थ एनिवर्सरी (Dilip Kumar 99th Birth anniversary) है. इसी साल 7 जुलाई को उन्होंने दुनिया को अलविदा कहा. दिलीप साहब के निधन के बाद ये पहली बार है, जब इस दिन को उनकी बेगम एक्ट्रेस सायरा बानो (Saira Banu) सिर्फ उनकी यादों के साथ इस दिन को सेलिब्रेट करेंगी. सायरा बानो और दिलीप कुमार की प्रेम कहानी किसी से छिपी नहीं है. आखिरी दम तक अपने शौहर के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने वालीं सायरा बानो ने बता दिया कि सच्चा प्यार क्या होता है. सायरा बानो अपने दिलीप साबह को रोज याद करती हैं. उनकी 99वीं बर्थ एनिवर्सरी पर एक खास खत (Saira Banu pens emotional letter) लिखकर उन्होंने अपने दिल की बात कह दी. इस खत को जिसने पढ़ा उसकी आंखे नम हो गईं.
कभी खत्म नहीं होता प्यार
'ख्यालों में हम आज भी एक-दूसरे का हाथ थामे चलते हैं' शादी की 56वीं सालगिरह पर जब सायरा बानो (Saira Banu) ने ये बात की थी, तब भी उनके कई फैंस की आंखे नम हो गई थी. ये शब्द इस बाद की तसदीक कर रहे थे कि प्यार कभी खत्म नहीं होता. दिलीप कुमार की 99वीं बर्थ एनिवर्सरी (Dilip Kumar 99th Birth anniversary) पर एक बार फिर सायरा बानो ने बेहद भावुक कर देना वाला एक खत लिखा है. टाइम्स ऑफ इंडिया को लिखे एक लंबे खत में उन्होंने दिलीप साहब को बर्थडे विश किया और साथ में फिर कहा, 'हम साथ थे, हैं और हमेशा रहेंगे'.
आज हैं दिलीप साहब की 99वीं बर्थ एनिवर्सरी
सायरा बानो ने लिखा- '11 दिसंबर, 1922. पेशावर, पूर्व-विभाजन भारत में उत्तर पश्चिम सीमांत प्रांत. 11 दिसंबर की कड़कड़ाती ठंडी रात में जब पेशावर के किस्सा ख्वानी बाजार में ठंडी हवाओं के झोंके से भीषण सर्दी हो रही थी, मेरी जान, यूसुफ साहब, पेशावर के एक फल व्यापारी मोहम्मद सरवर खान और आयशा बेगम के चौथी औलाद के रूप में पैदा हुए थे. इस साल 11 दिसंबर को, उनका 99वां जन्मदिन होगा.'
शांति के साथ मनाएंगे दिलीप साहब का जन्मदिन
उन्होंने आगे लिखा, 'उनके लाखों प्रशंसक और मैं (उनकी फैन नंबर 1) इस दिन को बेहद शांति के साथ मनाएंगे और ऐसा सोचेंगे कि वे हमारे बीच, हमारे साथ में ही हैं. सच तो यह है कि दिलीप साहब बहुत खुश और गौरवान्वित थे कि उनका जन्म अविभाजित भारत में हुआ और वे एक बड़े, खुशहाल परिवार में पले-बढ़े, जहां बड़ों का सम्मान और छोटे सदस्यों और महिलाओं की देखभाल होती थी. लोग एक-दूसरे पर भरोसा करते थे. '
पिता द्वारा दी गई देशभक्ति पर उन्हें गर्व था
सायरा बानो ने लिखा, 'साहब को अपने पिता द्वारा अपने बेटों और बेटियों में दी गई देशभक्ति पर भी गर्व था. उनके सभी भाई-बहनों को सभी समुदायों और सामाजिक और आर्थिक बैकग्राउंड के लोगों के साथ मिलने की आजादी दी गई थी. इसलिए, अपने शानदार जीवन के दौरान, दिलीप साहब एक वर्ग से अलग थे, जीवन के सभी क्षेत्रों और समाज के सभी वर्गों के लोगों के साथ पूरी तरह से सहज थे. अपनी नजर में वह एक परिवार और एक चुनौतीपूर्ण काम के साथ एक साधारण व्यक्ति थे… और कुछ नहीं… और निश्चित रूप से एक सेल्युलाइड भगवान नहीं थे क्योंकि सुपरस्टार को कभी-कभी विश्वास करने के लिए दिया जाता है.'
शादी के बाद दिलीप साहब से तालमेल में कभी नहीं आई दिक्कत
उन्होंने आगे लिखा, 'ये सौभाग्य मेरे था कि मेरी मां ने भी एक अभिनेत्री के रूप में अपनी सफलता और स्टारडम के साथ-साथ संपन्नता और ग्लैमर के बावजूद मुझे अपने पैरों के साथ जमीन पर पाला. जब दिलीप साहब से मेरी शादी हो गई, उसके बाद मुझे जीवन के साथ तालमेल बनाने में कोई दिक्कत नहीं हुई. दिलीप साहब के दोस्त आते रहते थे और मुझे उनकी खातिर करने में अच्छा लगता था. सच्चे पठान की शैली में स्वागत होता था. हमारे जीवन के जितने भी स्पेशल मौके रहे हैं हमेशा दोस्तों और फैंस से भरे रहे हैं. शानदार साज-सजावट, हर तरफ कैंडल लाइट्स, ईद हो या दीवाली. वह बिना किसी झिझक के मेरे साथ त्योहार और जन्मदिन की खरीदारी करने गए और छोटे भेल पुरी स्टालों और आइसक्रीम कैफे में रुकने का आनंद लिया. उन्होंने अपनी आत्मकथा में कबूल किया है, 'जब एक आम आदमी मुझे गर्मजोशी से हाथ मिलाता है और बताता है कि उसे मेरी फिल्में देखने में कितना मजा आया, तो यह मेरे लिए सर्वोच्च पुरस्कार है.'
'मैं आज भी अकेली नहीं हूं'
आखिर में उन्होंने कहा, 'जैसा कि मैंने दो महीने पहले हमारी शादी की सालगिरह के अवसर पर कहा था, 'वो हमारे साथ थे, मेरा हाथ पकड़ा और बिना शब्दों के मुझसे संवाद करते हैं.' एक बार फिर मुझे पता है कि मैं अभी और हमेशा के लिए अकेली नहीं हूं. हम साथ थे, हैं और हमेशा रहेंगे. जन्मदिन मुबारक हो, जान.'