दबंग गर्ल सोनाक्षी सिन्हा का ये वाला वीडियो चर्चा में, कहा- नजरें मिलाकर जरा खुद से पूछो, क्यों?
देश में कृषि कानूनों को लेकर दो महीने से ज्यादा वक्त से किसान आंदोलन चल रहा है. इस आंदोलन के समर्थन में बॉलीवुड के कई सेलेब्स समेत विदेशी हस्तियां आ चुकी हैं. इनमें स्वरा भास्कर, अनुभव सिन्हा, तापसी पन्नू, अली फजल, ऋचा चड्ढा और यहां तक की अमेरिकी पॉप स्टार रिहाना, मिया खलीफा और सोशल एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग भी इसे सपोर्ट कर रही हैं. हालांकि इन विदेशी हस्तियों को किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए ट्रोल किया गया.
अब बॉलीवुड एक्ट्रेस और दबंग गर्ल सोनाक्षी सिन्हा ने किसान आंदोलन के समर्थन में एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में वह एक किसान आंदोलन के समर्थन में एक कविता पढ़ रही हैं और केंद्र सरकार पर निशाना साध रही हैं. सोनाक्षी सिन्हा का ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी वायरल हो रहा है. उनके फैंस और किसान इसे काफी पसंद कर रहे हैं.
इस कविता को वरद भटनागर ने लिखी है. इसका शीर्षक 'क्यों' हैं. ये कविता काफी भावुक करती है. सोनाक्षी ने इस कविता के वीडियो को शेयर करते हुए लिखा,"नजरें मिलाके खुद से पूछो- क्यों? यह कविता उन हाथों को समर्पित है जिनकी वजह से हम रोज भोजन करते हैं. इस सुंदर कविता को वरद भटनागर ने लिखी है." इसके साथ उन्होंने हैशटैग किसान आंदोलन लिखा है.
किसानों को समर्थन
सोनाक्षी सिन्हा के इस वीडियो पोस्ट को काफी पसंद किया जा रहा है. महज कुछ ही घंटों में इसे तीन लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. उनके फैंस किसानों के मुद्दे पर इतनी प्यारी कविता पढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं. बता दें इकलौती बड़ी एक्ट्रेस हैं, जो किसानों के समर्थन का रही हैं.
यहा पढ़िए सोनाक्षी सिन्हा की ये कविता-
क्यों? सब पूछते हैं क्यों हम सड़कों पर उतर आए हैं?
खेत खलिहान के मंजर छोड़े, क्यों बंजर शहरों में घुस आए हैं?
ये माटी, बोरी, हसिया, दरांती वाले हाथ, क्यों हमने राजनीति के दलदल में सनवाए हैं?
दही, मक्खन और गुड़ वालों ने क्यों इरादे मशालों से सुलगाए हैं?
अरे बूढ़ी आखों, नन्हें कदमों ने क्यों ये दंगे भड़काए हैं?
दंगे, ये तुम्हें दंगे दिखाई देते हैं, क्यों?
अपने ही हिस्से की रोटी खाना जायज नहीं है, क्यों?
मक्के की रोटी, सरसों का साग, वैसे तो बड़े चटकारे लेते हो
अब उन्हीं के खातिर ये सब करना ठीक नहीं है, क्यों?
नजरें मिलाकर जरा खुद से पूछो, क्यों?