फिल्में छोड़ बिजनेसमैन बना ये एक्टर, 10 साल में बन गया करोड़ों का मालिक

Update: 2023-08-29 18:05 GMT
मनोरंजन: महज 20 साल की उम्र में एक्टिंग करियर की शुरुआत करने वाले अरविंद स्वामी (Arvind Swamy) को पॉपुलैरिटी तो करियर की शुरुआत में ही मिल गई थी. लेकिन उनका स्टारडम ज्यादा लंबे समय तक नहीं टिक सका. एक हादसे ने उनकी जिंदगी ऐसी बदली कि उन्होंने एक वक्त एक्टिंग को अलविदा कहकर बिजनेस किया, लेकिन एक्टिंग की दुनिया में लंबे समय बाद फिर से अपनी किस्मत आजमाने जा पहुंचे.
अरविंद स्वामी साउथ इंडस्ट्री का बड़ा नाम रहे हैं. करियर की शुरुआत 1991 में उन्होंने महज 20 साल की उम्र में फिल्म थलापति से की जिसमें उन्होंने महाभारत के अर्जुन से इंस्पायर्ड एक ऐसा किरदार निभाया था जिसे काफी पसंद किया गया था. अपने करियर की शुरुआत में ही उन्होंने दो बेहद सक्सेसफुल फिल्मों 1992 में रोजा और 1995 में ‘बॉम्बे’ में ऐसे शानदार किरदार निभाए कि इंडस्ट्री में उनकी एक अलग पहचान बन गई. अपने एक्टिंग करियर में उन्होंने मनीषा कोइराला, काजोल और कंगना रनोत जैसी कई टैलेंटेड एक्ट्रेस के साथ स्क्रीन शेयर की है.
कई हिट फिल्में देने के बाद अरविंद स्वामी के करियर में ऐसा वक्त भी आया जब उनकी फिल्में फ्लॉप होने लगी. कई फिल्मों के ऑफर मिलने के बाद भी लीड रोल से धोना पड़ा हाथ. इनमें एक फिल्म ऐश्वर्या राय के साथ महेश भट्ट की फिल्म थी और अमिताभ बच्चन के साथ अनुपम खेर की एक फिल्म थी जो इनके हाथ से निकल गई थीं. हालांकि वह 1991 से 1995 तक ‘थलपति’, ‘रोजा’, ‘बॉम्बे’ जैसी कई तमिल हिट फिल्में दे चुके थे.
सब कुछ ठीक चल रहा था फिर एक ऐसा समय भी आया जब उन्हें कई फिल्मों से बाहर कर दिया गया. उनकी दो फिल्में तो प्रोडक्शन में ही रह गई. उनका करियर ग्राफ लगातार गिरता ही जा रहा था. इसके बाद उन्होंने एक्टिंग की दुनिया को अलविदा कह दिया. लेकिन साल 2005 में अरविंद स्वामी का एक्सिडेंट भी हो गया. इस हादसे में एक्टर का पैर पैरालाइज हो गया था और करीब 4 से 5 साल तक उनका इलाज चलता रहा.
इसके बाद अरविंद स्वामी ने अपने पिता का बिजनेस में हाथ बटाना शुरू कर दिया था. बिजनेस में एक्टर की किस्मत ऐसी चमकी कि वो करोड़ोपति बन गए. मीडिया रिपोर्ट्स की मुताबिक एक्टर की कंपनी ने साल 2022 में $418 मिलियन (3,300 करोड़ रुपये) का रेवेन्यू अर्न किया था. हालांकि आज भी फैंस एक्टर की अदाकारी के दीवाने हैं....
बता दें कि करीब एक दशक बाद अरविंद स्वामी ने साल 2013 की फिल्म ‘कदल’ से दोबारा अपने अभिनय सफर की शुरुआत की.साल 2021 मेंवह कंगना रनोत के साथ जयललिता के जीवन पर आधारित फिल्म थलाइवी में एमजीआर की भूमिका में नजर आए थे. फिल्म में उनका अंदाज लोगों ने काफी पसंद किया था. आखिरी बार वह फिल्म ‘कस्टडी’ में नजर आए थे.
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