बॉबी देओल की वेब सीरीज़ 'आश्रम' को लेकर फिर हुआ बवाल...जाने क्या है पूरा मामला
एमएक्स प्लेयर पर आयी प्रकाश झा निर्देशित वेब सीरीज़ आश्रम रिलीज़ के कई महीनों बाद भी विवादों में है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क | एमएक्स प्लेयर पर आयी प्रकाश झा निर्देशित वेब सीरीज़ आश्रम रिलीज़ के कई महीनों बाद भी विवादों में है। ताज़ा मामले में आश्रम के ख़िलाफ़ राजस्थान के जोधपुर इलाके में अनुसूचित जाति-जनजाति एक्ट के तहत पुलिस रिपोर्ट दर्ज़ करवायी गयी है। सीरीज़ के पहले एपिसोड में समुदाय की भावनाओं को चोट पहुंचाने का आरोप है।
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के जोधपुर ज़िले के लूनी थाने में गुरुवार को रिपोर्ट दर्ज़ की गयी है। थाना प्रभारी सीताराम पवार के अनुसार, सीरीज़ के पहले एपिसोड में एससी-एसटी समुदाय को नेगेटिव दिखाने की शिकायत आने पर एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज़ किया गया। शिकायतकर्ता डीआर मेघवा का कहना है कि पहले एपिसोट में समुदाय का अपमान किया गया है। सीरीज़ भेदभाव को बढ़ावा देती है। दिसम्बर 2020 में जोधपुर कोर्ट ने बॉबी देओल और प्रकाश झा को एक दूसरे केस में नोटिस भेजा था
बता दें, सीरीज़ का दूसरा सीज़न आश्रम चैप्टर 2- द डार्क साइड 11 नवम्बर को एमएक्स प्लेयर पर स्ट्रीम किया गया था। इस सीरीज़ में बॉबी देओल एक कथित धर्म गुरु के किरदार में हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, स्थानीय निवासी खुश खंडेलवाल की ओर से यह याचिका दायर की गयी थी, जिसमें कहा गया कि हिंदू संत के रूप में बॉबी देओल के किरदार से हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को चोट पहुंची है, जिसमें संतों का आदर किया जाता है और उन्हें पूजा जाता है। एक दुष्कर्मी, भ्रष्ट और ड्रग डीलर के रूप में दिखाया जाना संतों का अपमान है।
सीरीज़ के ख़िलाफ़ सोशल मीडिया में कैंपेन चलाया गया था कि यह एक वर्ग की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाती है। इससे पहले पिछले महीने भी आश्रम को करणी सेना के प्रदेश संगठन महामंत्री सुरजीत सिंह ने एक लीगल नोटिस भेजा था, जिसमें सीरीज़ के निर्माताओं पर भारतीय परम्पराओं और हिंदू धर्म के रीति-रिवाज़ों पर हमला करने का आरोप लगाया गया था। सीरीज़ के कुछ दृश्यों को लेकर भी नोटिस में एतराज़ जताया गया था। इन्हें हिंदू संस्कृति में आश्रम की परम्परा के विरुद्ध कहा गया।