Mumbai.मुंबई: 2001 में रिलीज हुई आमिर खान की फिल्म ‘लगान’ ने इतिहास रच दिया. बॉक्स ऑफिस पर ‘गदर’ से क्लैश होने के बावजूद 25 करोड़ रुपये की लागत से बनी इस फिल्म ने न सिर्फ 58.05 करोड़ रुपये की कमाई की, बल्कि ऑस्कर में देश का प्रतिनिधित्व भी किया. इस फिल्म का निर्देशन आशुतोष गोवारिकर ने किया था, जबकि आमिर खान इसके को-प्रोड्यूसर थे. आमिर का कहना है कि फिल्म को इस तरह सपोर्ट करने का फैसला उन्होंने तुरंत नहीं लिया था. एक पुराने इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि फिल्म के दूसरे निर्माता ‘लगान’ का क्लाइमेक्स बदलना चाहते थे. वे चाहते थे कि भुवन का किरदार ब्रिटिश अधिकारी को चाकू मारे. आमिर का कहना है कि जब आशुतोष फिल्म की स्क्रिप्ट फाइनल कर रहे थे तो उन्हें एहसास हुआ कि यह एक बेहतरीन फिल्म है. अभिनेता ने कहा कि जब आशुतोष बाकी प्रोड्यूसर और अभिनेताओं को फिल्म की स्क्रिप्ट सुना रहे थे, तो किसी ने उन्हें क्लाइमेक्स बदलने की सलाह दी. वह चाहते थे कि क्रिकेट मैच जीतने के बजाय फिल्म का एंड अलग तरीके से हो. भुवन को ब्रिटिश अधिकारी कैप्टन रसेल को चाकू मार देना चाहिए.
मेनस्ट्रीम फिल्मों के रूल को तोड़ती है ये फिल्म
‘वायरल बॉलीवुड’ पर शेयर किए गए इस इंटरव्यू में आमिर कहते हैं, ‘मैंने आशुतोष से कहा कि आपकी स्क्रिप्ट जबरदस्त है, लेकिन मुझमें आपकी फिल्म करने की हिम्मत नहीं है. ये बहुत अलग है, ये बॉलीवुड की बाकी मेनस्ट्रीम फिल्मों के कई नियम तोड़ती है. मैं दंग रह गया कि ऐसी फिल्म का निर्माण कौन करेगा? मैं ऐसे किसी निर्माता की कल्पना नहीं कर सकता जो यह काम ईमानदारी से कर सके. इंग्लैंड जाओ, सभी ब्रिटिश अभिनेताओं को ढूंढो.’
एक शख्स ने दिया ‘लगान’ का क्लाइमेक्स बदलने का सुझाव
आमिर ने आगे कहा कि काफी सोचने के बाद उन्होंने आशुतोष गोवारिकर से ‘लगान’ की स्क्रिप्ट दूसरे निर्माताओं को भी सुनाने के लिए कहा. आमिर ने कहा, ‘मैंने उनसे कहा कि अगर वह हां कहते हैं तो उन्हें इस स्क्रिप्ट के साथ दूसरे अभिनेताओं के पास जाना चाहिए. वह इंडस्ट्री के हर अभिनेता, हर निर्माता के पास गए. किसी ने उसे सुझाव दिया कि एंड में भुवन को ब्रिटिश अधिकारी को चाकू मार देना चाहिए. ऐसे बहुत कम लोग थे जिन्होंने कहा कि यह एक बेहतरीन स्क्रिप्ट है.’