Mumbai.मुंबई: द कंधार हाईजैक’ मुश्किलों में फंस गई है। इसे लेकर कहा जा रहा है कि वेब सीरीज को बनाने के लिए इसके तथ्यों के साथ छेड़छाड़ की गई है, इसे लेकर अब ये मामला दिल्ली हाईकोर्ट तक पहुंच गया है और इसे बैन करने की मांग हो रही है। इसे बनाने के तरीके के लिए मेकर्स को काफी सराहना मिल रही है। लेकिन कहानी को तोड़-मरोड़कर पेश करने के लिए निर्माताओं को कड़ी आलोचना का भी सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि इस वेब सीरीज को नेटफ्लिक्स से हटाने की मांग भी हो रही है। नेटफ्लिक्स पर प्रसारित IC 814 के विवादित हिस्सों पर कंटेट हेड आज सूचना एवं प्रसारण अधिकारी के सामने आज नेटफ्लिक्स की पेशी हुई है। इस मामले में एएनआई ने एक पोस्ट शेयर कर जानकारी दी है। जिसमें बताया गया है कि हाई कोर्ट में इसे लेकर कहा गया है कि किसी को देश के लोगों की भावना से खेलने का हक नहीं है। भारत की संस्कृति और सभ्यता का सदैव सम्मान करना चाहिए। किसी भी बात को गलत तरीके से पेश करने से पहले आपको सोचना चाहिए। सरकार इसे बहुत गंभीरता से ले रही है।
सूत्रों के मुताबिक नेटफ्लिक्स की ओर से सरकार को यह आश्वासन दिया गया कि भारत के लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखकर ही प्लेटफॉर्म पर कंटेट अपलोड किए जाएंगे। इस मामले में विस्तृत तरीके से नेटफ्लिक्स टीम IC814: The Kandahar Hijack वेब सिरीज में इस्तेमाल किए गए कंटेंट को रिव्यू कर रही है। असल में जिन अपहर्ताओं के नाम इब्राहिम अतहर, शाहिद अख्तर सैयद, सनी, अहमद काजी, जहूर मिस्त्री और शाकिर थे। उन्हें इस सीरीज में बदलकर भोला, शंकर, डॉक्टर, बर्गर और चीफ आदि रखा गया है। इस बदलाव के कारण धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा है और इसकी कड़ी आलोचना हो रही है।
दिल्ली हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका (पीआईएल) दायर की गई है, जिसमें मिनी-सीरीज़ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है।
ये वेब सीरीज 29 अगस्त को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई थी, जो श्रींजॉय चौधरी और IC-814 फ्लाइट के कैप्टन रहे देवी शरण द्वारा लिखित किताब ‘फ्लाइट इनटू फियर: द कैप्टन स्टोरी’ पर आधारित है।
नाम को लेकर हो रहा विवाद
सोशल मीडिया पर इस वेब सीरीज के बहिष्कार की मांग हो रही है। ट्विटर पर #BoycottNetflix, #BoycottBollywood और #IC814 ट्रेंड चलाया जा रहा है।