90 के दशक के मशहूर विलेन की बीमारी से हुई थी मौत, हीरो भी खाते थे खौंफ

Update: 2020-12-20 03:20 GMT

90 के दौर में हिंदी फिल्मों में एक ऐसा विलेन आया, जिसे देखकर हीरो भी खौफ खा जाता थे। उसकी शक्ल देखकर ही लोग डर जाया करते थे। कभी वह 'कर्नल चिकारा' बनकर दहशत फैलाता था तो कभी 'अन्ना' बनकर मारकाट मचाता था। हम बात कर रहे हैं उस फिल्म स्टार की जिसने हिंदी सिनेमा में अपने अभिनय से एक अलग पहचाई बनाई। अभिनेता रामी रेड्डी ही वह अभिनेता थे जो उस दौर में हीरो पर भी भारी पड़ जाया करते थे।

रामी रेड्डी का पूरा नाम 'गंगासानी रामी रेड्डी' था। उनका जन्म आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित वाल्मीकिपुरम गांव में उनका जन्म हुआ था। रामी रेड्डी ने हैदराबाद की उस्मानिया यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और वहां से पत्रकारिता की डिग्री ली। फिल्मों में आने से पहले वह एक पत्रकार थे।
रामी रेड्डी ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत तेलुगु फिल्मों से की थी, लेकिन जब बॉलीवुड से ऑफर मिला तो वो खुद को रोक नहीं पाए और यहां अपने कदम जमाने आ गए। हिंदी फिल्मों में उन्होंने एक से बढ़कर एक किरदार निभाए। उन्होंने करीब 250 फिल्मों में काम किया।
साल 1990 में आई फिल्म 'प्रतिबंध' में उन्होंने अन्ना नाम के विलेन का किरदार निभाया। इस किरदार में रामी रेड्डी ने ऐसी जान फूंकी कि ये हमेशा के लिए यादगार बन गया। रामी रेड्डी का खौफ ऐसा हो गया था कि जब भी वो फिल्मी परदे पर आते तो लोगों के अंदर दहशत फैल जाती। हर फिल्म में उनका किरदार और लुक इतना भयानक और क्रूर होता था कि लोग देखते ही खौफ खा जाते थे।
रामी की जिंदगी में सबसे भयानक मोड़ तब आया जब एक गंभीर बीमारी ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। उन्हें लीवर में दिक्कत हो गई थी जिसकी वजह से वह अक्सर बीमार रहने लगे। सालों बाद जब रामी एक इवेंट के दौरान सभी के सामने आए तो हर कोई चौंक गया। रामी काफी कमजोर और दुबले-पतले हो गए थे। लीवर और किडनी की समस्या के चलते 14 अप्रैल साल 2001 में उनका निधन हो गया।
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