परिणीति चोपड़ा को सताई इस बात की टेंसन, ट्रोलर् को भी किया तगड़ा जवाब
यह फिल्म पूर्ण रूप से प्रत्येक महिला में निहित भावना का जश्न है.’
अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा (Parineeti Chaopra) की आगामी फिल्म 'साइना' (Saina) का पहला पोस्टर और टीजर जब से रिलीज हुए हैं, तब से ही इस फिल्म को लेकर काफी आलोचना हो रही है. दरअसल, फिल्म के पोस्टर में शटल को जिस तरीके से दिखाया गया है, उसे लेकर लोगों का कहना है कि निर्माताओं को ये तक नहीं पता कि बैडमिंटन में इस तरह से सर्विस नहीं की जाती है. फिल्म निर्माताओं को लगा था कि ट्रेलर लॉन्च होने के बाद शायद ट्रोलर्स के मुंह बंद हो जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब इन ट्रोलर्स को परिणीति चोपड़ा ने तगड़ा जवाब दिया है.
हाल ही में ट्रेलर के लॉन्चिंग इवेंट पर परिणीति ने ट्रोलिंग को लेकर पूछे गए एक सवाल का जवाब दिया. परिणीति ने कहा था कि दरअसल, मैं अलग दिमाग की हूं. अगर मुझे लगता है कि जो कोई बोल रहा है, वो सही बोल रहा है, तो मैं उनको बोलती हूं… हां तुम बिलकुल सही बोल रहे हैं और मैं आपसे सहमत हूं.
ट्रोलिंग में करती हूं अपना दिमाग इस्तेमाल
इसके आगे परिणीति ने कहा कि जब मुझे पता है कि कोई सिर्फ बोलने के लिए बोल रहा है तो मैं उनको नजरअंदाज कर देती हूं. मैं अपना दिमाग इस्तेमाल करती हूं कि ट्रोलिंग में कुछ दम है और मुझे कुछ करने की जरूरत है उस बारे में या फिर ऐसे बोलने के लिए बोल रहे हैं.
आपको बता दें कि यह फिल्म भारत की बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल की बायोपिक है. इस फिल्म में साइना के विश्व विजेता बनने तक का सफर दिखाया गया है. 'साइना' फिल्म के ट्रेलर की बात करें तो शुरुआत में साइना की मां के किरदार में नजर आ रहीं 'मेघना मलिक' एकदम हरियाणवी ऐक्सेंट में नन्ही साइना को बैडमिंटन स्टार बनने के सपने दिखाते हुए डायलॉग बोलती नजर आती हैं. जिसमें वो बेहद कमाल की नजर आ रही हैं. इसके बाद शुरू होता है साइना का बैडमिंटन स्टार बनने का सफर और संघर्ष. परिणीति चोपड़ा कई सीन में साइना के किरदार में हमेशा की तरह चुलबुली के बजाय एकदम भोलीभाली सी नजर आ रही हैं.
साइना का किरदार निभाने पर परिणीति ने कहा था, 'साइना नेहवाल जैसे किसी व्यक्ति को स्क्रीन पर बयान करना एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. वे एक लेजेंड हैं और मैं इस बात को लेकर बहुत डरी हुई थी कि लोग कैसी प्रतिक्रिया देंगे, लेकिन मैं दुनिया भर से मिल रहे प्यार के लिए शुक्रगुजा हूं. यह फिल्म पूर्ण रूप से प्रत्येक महिला में निहित भावना का जश्न है.'