तापसी पन्नू ने स्पोर्ट्स में 'जेंडर टेस्टिंग' पर जताई हैरानी
तापसी पन्नू के पास फिलहाल एक से बढ़कर एक प्रोजेक्ट हैं
तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) के पास फिलहाल एक से बढ़कर एक प्रोजेक्ट हैं. उनकी खासियत है कि वो दमदार स्क्रिप्ट चुनकर फिल्में करती हैं. तापसी पन्नू वर्सटाइल एक्टर हैं और फिल्मों को अपनी एक्टिंग से और बेहतरीन बनाती हैं. अभी उनकी कुछ और बेहतरीन फिल्में पाइपलाइन में है. इसमें से एक 'रश्मि रॉकेट' है. 'रश्मि रॉकेट' (Rashmi Rocket) फिल्म के ट्रेलर को भी दर्शकों से बहुत ही बढ़िया रिस्पॉन्स मिला है. ट्रेलर रिलीज के बाद स्पोर्ट्स में जेंडर टेस्टिंग के बारे में सच्चाई सामने आई. यह एक प्रक्रिया है जिसके बारे में जानकारी बहुतों को नहीं थी.
तापसी पन्नू भी इसमें से एक हैं. लेकिन, जब तापसी को इसके बारे में पता चला तो वो शॉक्ड रह गईं. मिड डे की एक रिपोर्ट के अनुसार 'मुझे स्पोर्ट्स पसंद है, और मुझे जब इसके बारे में पता चला तो मैं शॉक्ड रह गई. इसके बाद मैंने इस पर खुद ही रिसर्च शुरू किया. ये अजीब है कि एक महिला को अपना करियर आगे बढ़ाने के लिए वुमनहुड को साबित करना पड़ता है. यह अटपटी बात है कि ऐसे नियम है जो ये निर्धारित करते हैं कि वो महिला है या नहीं.'
तापसी ने साथ ही कहा, 'मुझे जितना ज्यादा इसके बारे में पता चला उतना ही मेरा उत्साह इस फिल्म को करने के लिए बढ़ रहा था. आपको बता दें कि 2014 में जेंडर टेस्टिंग तब सुर्खियों में आया जब महिला एथलीट दूती चन्द को कॉमनवेल्थ गेम से यह कह कर ड्रॉप कर दिया गया था कि वो पुरुष हैं. इसका कारण हाइपरैंड्रोजेनिज्म बताया गया था. जिसकी वजह से वो क्वालिफाई नहीं कर पाई थीं.
इस बैन के खिलाफ दुती कोर्ट तक गई थीं जहां कोर्ट ऑफ अरबिट्रेशन ऑफ स्पोर्ट्स (CAS) ने उन्हें बड़ी राहत दी थी और आईएएएफ के स्टैंड को निराधार बताया और दुती को खेल के लिए योग्य बताया था. जब तापसी पन्नू से पूछा गया कि क्या यह फिल्म किसी एथलीट के बारे में है तो उन्होंने कहा कि कई एथलीट हैं जिन्हें इस दौर से गुजरना पड़ा है लेकिन सिर्फ एक दुती थी जिनमें इसके खिलाफ लड़ने की हिम्मत थी. गुरुवार को तापसी ने फिल्म की एक बीटीएस (Behind The Scene) पिक्चर शेयर की और लिखा 'लक्ष्य सेट है, सिर्फ 8 दिन बाकी हैं.'