मालदीव में राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह और संसद के अध्यक्ष मोहम्मद नशीद के बीच तलवारें खिंची, योग पर भी रार
21 लोगों को अरेस्ट किया गया है जिनके चीन समर्थक विपक्षी पार्टी और पूर्व राष्ट्रपति यामीन के साथ संबंध थे।
माले: चीन और पाकिस्तान के प्रभाव से निकलने की कोशिश कर रहे मालदीव में भारत समर्थक दो नेताओं राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह और संसद के अध्यक्ष तथा पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद के बीच तलवारें खिंच गई हैं। दोनों ही नेता सत्तारूढ़ मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) के सदस्य हैं। हालत यह हो गई है कि एमडीपी के सदस्य अपने ही अध्यक्ष मोहम्मद नशीद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने जा रहे हैं। यह पूरा विवाद उस समय बढ़ गया जब मोहम्मद नशीद ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति सोलिह के प्रशासन ने उनके भाई को अरेस्ट कर लिया है।
वियान की रिपोर्ट के मुताबिक मोहम्मद नशीद ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति सोलिह का प्रशासन राजनीतिक रूप से प्रेरित है और गठबंधन में कट्टरपंथियों को खुश करने में जुटा हुआ है। नशीद ने यह भी आरोप लगाया कि राष्ट्रपति सोलिह के पराई महिलाओं से आपत्तिजनक रिश्ते हैं। राष्ट्रपति के कार्यालय ने स्पीकर के इन आरोपों को खारिज किया है। यह ताजा विवाद उस समय शुरू हुआ है जब देश में अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं। इस चुनाव से पहले ही दोनों ही प्रमुख नेताओं के बीच सत्ता के लिए पार्टी में ही घमासान शुरू हो गया है। मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह इस समय भारत के दौरे पर हैं।
पार्टी के सदस्यों ने फैसला किया तो मैं चुनाव लडूंगा: नशीद
इससे पहले एक इंटरव्यू में मोहम्मद नशीद ने इस संभावना को खारिज नहीं किया था कि वह राष्ट्रपति चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा था कि अगर लोग और पार्टी के सदस्यों ने फैसला किया तो मैं चुनाव लडूंगा। इस बीच पिछले सप्ताह सत्तारूढ़ गठबंधन की एक सहयोगी पार्टी अधालाथ पार्टी ने पिछले सप्ताह एक शोध पत्र जारी किया था और पार्टी की योग के प्रति नीतियों को रेखांकित किया था। उसने कहा कि यह मुस्लिमों के लिए हराम है। उसने मालदीव के राष्ट्रपति और देश के लोगों से अनुरोध किया था कि मालदीव को इस्लामिक परंपरा को बरकरार रखना चाहिए।
अधालाथ पार्टी ने कहा कि योग को सामान्य प्रथा बनाने से रोकने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए। यह इस्लामिक मान्यता के खिलाफ है। इस पार्टी के अध्यक्ष इमरान अब्दुल्ला मालदीव के गृहमंत्री हैं। इससे पहले योग दिवस पर भारतीय दूतावास की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने जमकर बवाल काटा था। इस दौरान मालदीव के युवा और खेल मामलों के मंत्री और भारतीय राजदूत दोनों ही मौजूद थे। मालदीव के राष्ट्रपति ने इस घटना की कड़ी निंदा की। सरकार ने जांच के बाद बताया कि21 लोगों को अरेस्ट किया गया है जिनके चीन समर्थक विपक्षी पार्टी और पूर्व राष्ट्रपति यामीन के साथ संबंध थे।